दुर्घटनाओं के बाद बोइंग ने पकड़ी 737 मैक्स विमानों की खामी, सुधार के लिए उठा रही है ये कदम
Boeing अपने 737 मैक्स विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सुरक्षा के लिए उठा रही है ये कदम
बोइंग ने कहा है कि पांच महीनों से भी कम समय में दो विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद वह एक सॉफ्टवेयर अपडेट और 737 मैक्स में एमसीएएस (सुरक्षा फीचर) से संबंधित पायलट ट्रेनिंग पुनरीक्षण को अंतिम रूप दे रहा है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डेनिस मिलेनबर्ग ने रविवार को एक बयान में कहा है कि बोइंग पहले से घोषित किए गए एक सॉफ्टवेयर अपडेट और पायलट प्रशिक्षण पुनरीक्षण की प्रगति को अंतिम रूप दे रहा है जो गलत सेंसर का इनपुट मिलने पर एमसीएएस उड़ान नियंत्रण कानूनों का पालन करेंगे.
पायलटों ने की थी ये शिकायत
एमसीएएस 737 मैक्स में लगा एक स्वचालित सुरक्षा फीचर है जो विमान को अचानक रुकने या उड़ान पर से नियंत्रण हटने से रोकता है. अमेरिकी संघीय डाटाबेस के अनुसार, मैक्स 8 जेट उड़ाने के दौरान कुछ पायलटों ने इसके अचानक ही सीधे नीचे की ओर जाने की शिकायत की है.
बोइंग के 737 मैक्स विमानों के उड़ान पर दुनिया भर में लगी रोक
गौरतलब है कि इथोपिया में हुए विमान हादसे के बाद से पूरी दुनिया में बोइंग के मैक्स 737 विमानों के उड़ान भरने पर रोक लगा दी गई है. कई देशों की नियामक संस्थानाएं व बोइंग इस विमान में तकनीकी खामी की जांच कर रहा है. भारत में जेट ऐयरवेज व स्पाइस जेट बोइंग के मैक्स 737 विमानों का इस्तेमाल करते हैं. इस विमान के उड़ान पर रोक लगाए जाने वे इस विमानन कंपनियों की सेवाओं पर भी असर पड़ा है.