Airports in Ladakh: आने वाले दिनों में लद्दाख के सभी क्षेत्र जल्द ही एयर रूट से जुड़ जाएंगे. इसके लिए केंद्र सरकार ने हवाई संपर्क योजना को मंजूरी दे दी है. लद्दाख क्षेत्र में एयर कनेक्टविटी बढ़ाने के लिए सरकार केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में 4 नए एयरपोर्ट्स और 37 हेलीपैड बनाने की योजना बना रही है. लद्दाख क्षेत्र की 6 घाटियों को भी एयर स्ट्रीप से जोड़ा जाएगा. अभी लेह और कारगिल में ही एयरस्ट्रिप है. इनमें से कई एयरस्ट्रिप के साल के अंत तक चालू होने की संभावना है.

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लेह और कारगिल में 37 हेलीपैड बनाने का लक्ष्य

केंद्र सरकार ने जिस महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दी है, उसके मुताबिक लेह और कारगिल में उन्नत तकनीक के 37 हेलीपैड बनाने का लक्ष्य है. इनमें से 7 हेलीपैड लेह में और 30 हेलीपैड कारगिल में होंगे.लद्दाख के डेमचोक, लिंगशेक, चुशूल इलाकों में 6 एयरस्ट्रिप का निर्माण किया जाना है. कारगिल में अभी तक हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल सिर्फ एयरफोर्स करती है और अभी तक नागरिक संचालन (Civil operations) शुरू करने के लिए अप्रूवल नहीं मिला है.

अधिकतर हेलीपैड भारत-चीन बॉर्डर के पास

मौजूदा समय में लद्दाख रीजन में 8 हेलीपैड हैं, जिनमें 5 लेह में और 3 कारगिल में हैं, जिनका आधुनिकीकरण किया जाना है. सरकार ने अब कारगिल क्षेत्र में एक वैकल्पिक सिविल एयरपोर्ट के लिए जमीन की पहचान की है. इसके अलावा 29 नए आधुनिक हेलीपैड बनाए जाएंगे, जिसमें से 2 लेह में और 27 कारगिल में होंगे. इस तरह लद्दाख रीजन में 37 अत्याधुनिक हेलीपैड हो जाएंगे. लेह की 3 हवाई पट्टियों पर काम शुरू कर दिया गया है, जबकि लद्दाख की तीन और घाटियों में भी जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा. 

कई हवाई पट्टियों के साल के अंत तक चालू होने की संभावना

सरकार ने पहले ही चार नए हवाईअड्डों के लिए भूमि की पहचान कर ली है, जहां बड़े विमान उतारे जा सकेंगे. इसके अलावा सरकार लेह शहर के लिए एक वैकल्पिक हवाई क्षेत्र और जंस्कर घाटी से सीधे जुड़ने की योजना बना रही है. पैन्गोंग झील से जुड़े चांगटांग के पास भी एयरपोर्ट बनाने की भी योजना है, जहां पिछले साल चीन के साथ सीमा तनाव बढ़ गया था.  इनमें से कई हवाई पट्टियों के इसी साल के अंत तक चालू होने की संभावना है.

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