गणतंत्र दिवस पर  फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए. मैक्रों की इस यात्रा में  भारत और फ्रांस के बीच एक रक्षा औद्योगिक साझेदारी ‘रोडमैप’ पर सहमति बनी है. इस बीच टाटा और एयरबस हेलीकॉप्टर्स ने एच125 हेलीकॉप्टर के उत्पादन के लिए साझेदारी की है. एयरबस हेलिकॉप्टर ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है. इसके अलावा सैटेलाइट के लॉन्च के लिए न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड और फ्रांस के एरियनस्पेस के बीच एक MOU पर हस्ताक्षर किये गए हैं.

एयरबस हेलिकॉप्टर्स ने किया ट्वीट, 2026 से होगी H125 हेलिकॉप्टर्स की डिलीवरी

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एयरबस हेलिकॉप्टर्स ने ट्वीट कर लिखा, 'हमने देश में हेलीकॉप्टर फाइनल असेंबली लाइन (FAL) स्थापित करने के लिए टाटा समूह के साथ साझेदारी की घोषणा की है. एफएएल भारत के लिए हमारे सबसे ज्यादा बिकने वाले सिविल हेलीकॉप्टर, H125 का उत्पादन करेगा और कुछ पड़ोसी देशों को निर्यात करेगा." FAL को स्थापित होने में 24 महीने लगेंगे और पहले 'मेड इन इंडिया' H125 की डिलीवरी 2026 में शुरू होने की उम्मीद है. FAL का स्थान एयरबस और टाटा समूह द्वारा संयुक्त रूप से तय किया जाएगा.

माउंट एवरेस्ट पर लैंड करने वाला इकलौता हेलिकॉप्टर, एयरबस की होगी दूसरी असेंबली लाइन

H125 माउंट एवरेस्ट पर लैंड करने वाला इकलौता हेलिकॉप्टर है. इस हेलिकॉप्टर में छह यात्री सवार हो सकते हैं. ये अत्यधिक गर्मी और अत्यधिक सर्दी में भी उड़ान भर सकता है. टाटा संस के चेयरमैन एन.चंद्रशेखरन ने कहा, “टाटा समूह निजी क्षेत्र में भारत की पहली हेलीकॉप्टर असेंबली सुविधा स्थापित करके खुश है.' गौरतलब है कि गुजरात के वडोदरा में 'मेक इन इंडिया' C295 सैन्य विमान निर्माण सुविधा के बाद यह एयरबस भारत में निर्मित होने वाली दूसरी अंतिम असेंबली लाइन होगी.'

  

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बीती रात जयपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच हुई वार्ता के नतीजों की घोषणा करते हुए कहा था कि टाटा और एयरबस हेलीकॉप्टर्स ने महत्वपूर्ण स्वदेशी पुर्जों के साथ एच125 हेलीकॉप्टर के उत्पादन के लिए एक साझेदारी की है.