जर्मनी में जल्द ही आटोमेटेड एयरटैक्सी सर्विस शुरू हो सकती है. शनिवार को यहां बिजली से चलने वाली ने एयरटैक्सी Volocopter की टेस्ट ड्राइव हुई. यह ड्राइव अपनी टेस्टिंग में खरी उतरी है. इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी पूरी तरह इकोफ्रेंडली है. यूरोप के किसी शहर में यह पहली पब्लिक टेस्ट ड्राइव थी.

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Volocopter जर्मन के इंटेल कॉर्पोरेशन (Intel Corp) और ऑटोमोटिव कंपनी डेमलर एजी (Daimler AG) का एक स्टार्टअप है.

इंटेल कॉर्पोरेशन (Intel Corp) और ऑटोमोटिव कंपनी ने मिलकर एक ऐसा ड्रोन तैयार किया है जो बिल्कुल इलेक्ट्रिक हेलीकॉप्टर की तरह है. इस ड्रोन की मदद से शहर के आसमान पर चक्कर लगाया जा सकता है.

इसे तैयार करने वाली कंपनियों को उम्मीद है कि इस ड्रोन की मदद से वह अगले 4-5 सालों में कॉमर्शियल ट्रिप शुरू कर सकते हैं. इस एयर क्राफ्ट को तैयार करने में 100 मिलियन डॉलर की लागत आने की बात कही जा रही है. इस एयरक्राफ्ट को मोबाइल ऐप से बुक किया जा सकता है.

एक वोलोकॉप्टर स्टेरॉयड पर एक ड्रोन की तरह दिखता है. यह 18 रोटर्स (पंखें) पर उड़ने वाली एक छोटी मशीन है. इसमें दो सीट हैं. एक सीट पर पायलट और एक पर यात्री बैठ सकते हैं या फिर रिमोट कंट्रोल मोड पर दो यात्री एकसाथ उड़ान भर सकते हैं.

कंपनी का दावा है कि वोलोकॉप्टर किसी हेलीकॉप्टर की तरह तेज शोर नहीं करता है. इसे किसी शहर के शोर में 100 मीटर दूर से भी नहीं सुना जा सकता है. 

वोलोकॉप्टर को आटोमेटेड 4 सीटर एयर टैक्सी बनाने का प्लान तैयार किया जा रहा है. 

 

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बता दें कि पिछले साल इस तरह एक एयर टैक्सी की टेस्ट ड्राइव नीदरलैंड्स में भी हुई थी. नीदलैंड्स के प्रिंस पीटर क्रिसटियान ने इस एयरटैक्सी की टेस्ट ड्राइव ली थी.