SBI Scheme: सेकंड हैंड कार के लिए मिल जाएगा आसान लोन; जानिए ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस समेत पूरी डीटेल
SBI certified pre owned car loan scheme: आपका बजट ज्यादा नहीं है, तो सर्टिफाइड प्री-ओन्ड कार खरीद सकते हैं. SBI आसान शर्तों पर सर्टिफाइड प्री ओन्ड कारों को फाइनेंस करता है. इस स्कीम में बैंक से मिनिमम 3 लाख और मैक्सिमम 1 करोड़ रुपये का लोन लिया जा सकता है.
SBI certified pre owned car loan scheme: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की ऑटो लोन स्कीम में सेकंड हैंड कारों यानी प्री-ओन्ड या यूज्ड कारों के लिए भी फाइनेंस की सुविधा मिलती है. अगर आपका बजट ज्यादा नहीं है, तो सर्टिफाइड प्री-ओन्ड कार खरीद सकते हैं. SBI आसान शर्तों पर सर्टिफाइड प्री ओन्ड कारों को फाइनेंस करता है. इस स्कीम में बैंक से मिनिमम 3 लाख और मैक्सिमम 1 करोड़ रुपये का लोन लिया जा सकता है.
कौन-कितना ले सकता है लोन
SBI की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, सैलरीड, सेल्फ इम्प्लॉयड, प्रोफेनल्स के अलावा एग्रीकल्चर और उससे जुड़ी एक्टिविटी में शामिल लोग भी सेकंड हैंड कारों के लिए लोन ले सकते हैं. इसमें सैलरीड, सेल्फ इम्प्लॉयड और प्रोफेशनल्स की सालाना इनकम 3 लाख या इससे ज्यादा होनी चाहिए. जबकि, एग्रीकल्चर और इससे जुड़ी एक्टिविटीज में शामिल लोगों के लिए सालान आय लिमिट 4 लाख या इससे ज्यादा होनी चाहिए . इस लोन के लिए 21 से 67 साल की उम्र तक के लोग अप्लाई कर सकते हैं.
SBI की सटिफाइड प्री ओन्ड कार लोन स्कीम में मिनिमम 3 लाख रुपये और मैक्सिमम 1 करोड़ रुपये तक का लोन लिया जा सकता है. लोन रिपेमेंट कस्टमर को मैक्सिमम 5 साल में करना होगा. इसमें कार की एक्सशोरूम कीमत का 85 फीसदी तक लोन मिल सकता है.
कितनी होंगी ब्याज दरें, प्रोसेसिंग फीस
SBI की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, सर्टिफाइड कार लोन स्कीम के तहत लोन की ब्याज दरें 11.25 फीसदी से 14.75 फीसदी के बीच हैं. वहीं, प्रोसेसिंग फीस लोन अमाउंट का 1.25 फीसदी प्लस जीएसटी होगी. यह मैक्सिमम 10,000 प्लस जीएसटी और मिनिमम 3,750 रुपये प्लस जीएसटी हो सकती है.
तैयार कर लें ये डॉक्यूमेंट
SBI सटिफाइड प्री ओन्ड कार लोन स्कीम के लिए अप्लाई करते समय में आपको इनवॉयस प्रोफॉर्मा, सेलर के RC की कॉपी, सेलर के मोटर इंश्योरेंस की कॉपी देनी पड़ेगी. वहीं, लोन डिस्बर्समेंट के समय तय नियम के मुताबिक डीलर और सेलर के बीच सेल एग्रीमेंट, डीलर से अंडरटेकिंग, बैंक क्यिलरेंस और इंश्योर्ड के नाम और फाइनेंसर में बदलाव के बारे में इंश्योरेंस कंपनी के साथ ही बातचीत की डीटेल देनी होती है. बैंक से इस बारे में डीटेल जानकारी मिल जाएगी.
इनकम इनवॉयस प्राइस मारुति ट्रू वैल्यू, हुंडई एच-प्रॉमिस, होंडा ऑटो टेरेस, टाटा एश्योर्ड, महिंद्रा फर्स्ट ज्वाइस जैसी कंपनियों से होने चाहिए. वहीं, डिफॉल्ट पीरियड में बकाया अमाउंट पर मौजूदा ब्याज दर के अलावा 2 फीसदी मंथली पेनल्टी देनी पड़ेगी. 1800-11-2211 नंबर पर कॉल कर डिटेल जानकारी ले सकते हैं.
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