How to Buy a New Budget Car: मौजूदा समय में कार खरीदना बेहद जरूरी हो गया है. अब के जमाने में कार कोई लग्जरी डिमांड नहीं बल्कि जरूरत बन चुकी है. कार के सहारे कहीं जाना और कहीं से आना काफी आसान हो गया है. इतना ही नहीं, लोगों की डिमांड को देखते हुए कार मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियां भी लगातार नई कार को लॉन्च कर रही हैं. अगर कोई नया लॉन्च नहीं है तो पुरानी कार में ही कुछ नया फीचर या स्पेसिफिकेशन्स जोड़ रही हैं और नए वेरिएंट के तौर पर उसे भारतीय बाजार में उतार रही हैं. ऐसे में लोगों के सामने कार खरीदने के समय कई सारे ऑप्शन्स उपलब्ध हैं. कार की जरूरत को देखते हुए अक्सर लोग लोन लेकर कार को खरीदने की प्लानिंग करते हैं. लेकिन लोन लेकर कार को खरीदना महंगा पड़ता है और मार्केट में कॉम्पिटिशन इतना ज्यादा है कि कौन-सी कार खरीदें, किस बजट की कार ठीक रहेगी, इसकी जानकारी ठीक से नहीं रहती है. ऐसे में यहां जानिए कि आपकी सैलरी जितनी भी हो लेकिन कार को खरीदने का एक फॉर्मूला है और उसी फॉर्मूल से खरीदी गई कार आपको ज्यादा भारी नहीं पड़ेगी. यहां जानिए कि वो फॉर्मूला क्या है और कितना आपके लिए फायदेमंद है?

सैलरी से आधा होना चाहिए कार का बजट

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपकी कार कितनी की होनी चाहिए, इसका फैसला लेने में आपकी सैलरी का एक बहुत बड़ा योगदान है. आपकी सैलरी के मुताबिक, ये निश्चित किया जाता है कि कार कितनी महंगी या कितनी सस्ती होनी चाहिए. जितनी भी आपकी सालाना सैलरी है, उसके आधे परसेंट से ज्यादा कार का बजट नहीं होना चाहिए. 

ये भी पढ़ें: Maruti Suzuki का बड़ा प्लान! FY24 में SUV सेल्स डबल करने पर फोकस, Jimny और Fronx से ज्यादा उम्मीद

₹20 लाख सालाना सैलरी पर कितनी की हो कार

उदाहरण के लिए- अगर आपकी सैलरी 20 लाख रुपए सालाना है तो आपकी कार का बजट 10 लाख रुपए होना चाहिए. मान लीजिए अगर सैलरी 30 लाख रुपए (सालाना) है तो कार का बजट 15 लाख रुपए होना चाहिए और अगर सैलरी 15 लाख रुपए है तो कार का बजट 7.5 लाख रुपए होना चाहिए. कार का बजट यानी कि कार की ऑन-रोड कीमत से है. क्योंकि आपको कार खरीदने के लिए उतना पैसा खर्च करना होगा. 

इस फॉर्मूले का रखें खास ख्याल

अगर आप कार खरीदने के लिए लोन लेने की सोच रहे हैं तो इसके लिए 20/4/10 फॉर्मूला को हमेशा ध्यान में रखें. इस फॉर्मूले के मुताबिक अपनी कार को खरीदेंगे तो कार का प्रेशर ज्यादा नही पड़ेगा और बजट की कार को आसानी से खरीद सकते हैं. 

ये भी पढ़ें: Hyundai Exter की बुकिंग शुरू, ₹11000 के टोकन अमाउंट से ऐसे करें बुक, देखें लुक्स और डिजाइन

कार खरीदने के लिए लोन ले रहे हैं तो 20/4/10 फॉर्मूला काफी काम का हो सकता है. इसमें 20 यानी कि 20 फीसदी डाउनमेंट है. यानी कि आपकी कार की डाउनपेमेंट आपकी सालाना सैलरी के 20 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा फॉर्मूले में 4 का मतलब 4 साल से है, यानी कि लोन की अवधि 4 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. आखिर में 10 का मतलब है कि 10%, यानी कि ईएमआई की राशि सालाना सैलरी के 10 फीसदी हिस्से से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें