मारुति सुजुकी अपने सबसे लोकप्रिय मॉडल बलेनो, स्विफ्ट और डिजायर का डीजल वैरिएंट बंद कर सकती है. ऐसा दावा एक मीडिया रिपोर्ट में किया गया है. खबर के मुताबिक भारत में BS6 एमिशन नॉर्म्‍स लागू होने के बाद मारुति इनका उत्‍पादन बंद करने की योजना बना रही है. कंपनी ऐसा इसलिए करेगी क्‍योंकि इससे पेट्रोल और डीजल कार की कीमत का अंतर करीब ढाई लाख रुपए बैठेगा. अभी इन दोनों वैरिएंट के बीच 1 लाख रुपए का अंतर है.

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रशलेन की खबर के मुताबिक BS6 एमिशन के पालन में पेट्रोल और डीजल कार की कीमतें में काफी अंतर आ जाएगा. यह ढाई लाख रुपए के आसपास जा सकता है. मौजूदा समय में यह हर रेंज की कार में इतना ही है. लेकिन BS6 मानक आने के बाद डीजल इंजन को ज्‍यादा अपडेट करना पड़ेगा. इस अपडेशन पर डेढ़ लाख रुपए तक का खर्च आएगा. इससे पेट्रोल और डीजल वर्जन के बीच अंतर बढ़कर 2 से ढाई लाख रुपए हो जाएगा.

1 लाख रुपए तक अंतर हो सकता है मैनेज

अनुमान के मुताबिक अगर आपकी रोजाना की ड्राइविंग 70 किमी तक है, 4 से 5 साल के अंतर में डीजल वर्जन के लिए 1 लाख रुपए ज्‍यादा कीमत अदा करना वसूल हो जाती है लेकिन 2 से ढाई लाख रुपए ज्‍यादा देना महंगा सौदा साबित होगा. इतनी अधिक कीमत 10 साल भी कार चलाने के बाद नहीं निकाली जा सकती. मारुति के चेयरमैन आरसी भार्गव की मानें तो कंपनी इसलिए डीजल कार में निवेश घटाना चाहती है.

बिक्री घटने पर डीजल मॉडल बंद करेगी मारुति

मारुति की ओर से अ‍ब तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं है. लेकिन संभावना है कि डीजल वर्जन की बिक्री घटने पर कंपनी इसका निर्माण ही बंद कर दे. कंपनी की यूएसपी वैल्‍यू फॉर मनी की रही है. लेकिन BS6 एमिशन नॉर्म्‍स लागू होने के बाद उसे इस यूएसपी के साथ चलने में दिक्‍कत होगी. इससे संभावना है कि मारुति स्विफ्ट, बलेनो और डिजायर के डीजल वैरिएंट BS6 एमिशन में लॉन्‍च ही न करे.