Mahindra की इस कंपनी ने बनाया नया माइलस्टोन; बेच डाले 2 लाख कमर्शियल EVs, बढ़ गया मार्केट शेयर
कंपनी ने अभी तक 2 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बेच दिया है, जो महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी के लिए एक बड़ा माइलस्टोन है. बता दें कि ये कंपनी कमर्शियल ईवी स्पेस में सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन और इनोवेशन में लगातार बेंचमार्क सेट कर रही है.
Mahindra & Mahindra की सब्सिडियरी कंपनी महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी (MLMML) ने इलेक्ट्रिक कमर्शियल व्हीकल कैटेगरी में बड़ा मुकाम हासिल किया है. कंपनी एक बार फिर देश की लीडिंग कमर्शियल ईवी मैन्युफैक्चर्र बन गई है. कंपनी ने अभी तक 2 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बेच दिया है, जो महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी के लिए एक बड़ा माइलस्टोन है. बता दें कि ये कंपनी कमर्शियल ईवी स्पेस में सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन और इनोवेशन में लगातार बेंचमार्क सेट कर रही है.
कंपनी के पोर्टफोलियो में ये व्हीकल्स
बता दें कि महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी लिमिटेड टेक्नोलॉजी एडवांस स्मॉल कमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल में काफी एक्सटेंसिव रेंज ऑफर करती है. कंपनी के लाइनअप में Mahindra Treo range, e-Alfa range और Zor Grand जैसे थ्री-व्हीलर्स शामिल हैं.
थ्री-व्हीलर्स कैटेगरी में सक्सेस बनाने के बाद कंपनी ने हाल ही में Mahindra ZEO, पहला इलेक्ट्रिक फॉर व्हीलर स्मॉल कमर्शयल व्हीकल लॉन्च किया था. कंपनी के पास सबसे बड़ा सेल्स और सर्विस नेटवर्क है. ग्राहकों की सहूलियत के लिए कंपनी के पास टेक्नोलॉजी एडवांस प्रोडक्ट्स हैं.
कंपनी के बड़ा मार्केट शेयर
आंकड़ों की बात करें तो YTD FY25 में कंपनी के पास थ्री-व्हीलर का पेनेट्रेशन 21.7 फीसदी है. ये डाटा वाहन पोर्टल के मुताबिक है. इसके अलावा कंपनी के पास सभी L5 EVs का 41.2 फीसदी का मार्केट शेयर है, ये आंकड़ा SIAM के मुताबिक है.
बीते 17 महीनों में कंपनी ने एक लाख यूनिट्स की सेल्स का आंकड़ा पार किया है. एक बार फिर कंपनी ने अपना मार्केट डोमिनेंस तय किया. कंपनी ने कस्टमर सेंट्रिक प्रोडक्ट्स को लॉन्च किया है. इसमें Treo Plus और e-Alfa Plus जैसे प्रोडक्ट्स शामिल हैं. इसके अलावा कंपनी ने बंगलुरू, हरिद्वार और जहीराबाद में वर्ल्ड क्लास मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स बढ़ाए हैं.