जल्द ही देश में बेची जाने वाली गाड़ियों में ऐसी तकनीक का प्रयोग होगा जिसमें ड्राइवर को झपकी आने पर गाड़ी खुद ब खुद चेतावनी देने लगेगी. जर्मनी की कंपनी बॉश इस तकनीक को विकसित करने पर काम कर रही है. कंपनी का प्रयास है कि इस तकनीक को इस तरह से विकसित किया जाए ताकि यह सामान्य श्रेणी की गाड़ियों में दैनिक तौर पर प्रयोग होने वाली तकनीकों के तौर पर प्रयोग हो. यह जानकारी मनीकंट्रोल डॉट काम की एक रिपोर्ट में दी गई है. रिपोर्ट के अनुसार कंपनियां टैफिक जाम असिस्टेंट विकसित करने पर भी काम करी हैं.

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ड्राइवर को झपकी आई तो गाड़ी देगी चेतावनी

भविष्य में गाड़ियों में वीडियो एनलेटिक्स, वीडियो रिकॉगनिशन के जरिए ड्राइव की स्थित पर नजर रखा जाएगा. केबिन में लगे सेंसर वहां के वीडियो के आधार पर इस बात का आंकलन कर लेंगे कि ड्राइवर को नींद तो नहीं आ रही है. यदि ड्राइवर झपकियां ले रहा होगा तो गाड़ी तुरंत इसकी चेतावनी देगी. बॉश की ओर से इस तकनीक को विकसित कर टेस्ट किया जा रहा है.

 

04 लाख तक की गाड़ियों में आ रहा है पार्किंग असिस्टेंट

वर्तमान समय में 04 लाख तक की गाड़ियों में पार्किंग के लिए ड्राइवर असिस्टेंस का प्रयोग होने लगा है. वहीं बाजारा के जानकारों के अनुसार आने वाले दिनों में गाड़ियों में गाइडिंग के लिए और आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा. वहीं तकनीक पर काम कर रही कई कंपनियां टैफिक जाम असिस्टेंट की तकनीक विकसित करने पर भी काम कर रही हैं.