Mercedes-Benz जैसी महंगी कार बनाने वाली कंपनी डेमलर पर डीजल कारों के उत्सर्जन-प्रमाणीकरण को लेकर 87 करोड़ यूरो (95.7 करोड़ डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है. आरोप है कि उसकी डीजल कारें उत्सर्जन के नियमों को पूरा नहीं करती हैं. कंपनी इस फैसले को स्वीकार करने की बात कही है.

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अभियोजकों ने कहा कि डेमलर पर नियामकीय जरूरतों का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया है.

डेमलर ने कहा कि हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इस मामले में कार्यवाही को खत्म करना कंपनी के हित में है और वह अपील नहीं करेगी. कंपनी ने कहा कि जुर्माने का असर उसकी तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों पर नहीं पड़ेगा और वह अपने पूर्वानुमान को बनाये रख रखेगी.

वहीं, दूसरी ओर जर्मन अभियोजकों ने फोक्सवैगन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हर्बर्ट डाइस, पूर्व प्रमुख मार्टिन विंटरकॉर्न और सुपरवाइजरी बोर्ड के प्रमुख हैंस डाइटर पर ‘डीजलगेट’ घोटाले से जुड़े मामले में बाजार में हेराफेरी का चार्ज लगाया है. 

इन तीनों पर डीजल घोटाले में भुगतान देनदारियों के बारे में पूंजी बाजार को जानबूझकर देर से बताने का आरोप है, जिससे शेयरों की कीमत प्रभावित हुई.