CAR सेल डाउन रहने का यह है कारण, 1 साल से जूझ रहीं ऑटो कंपनियां
प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया, हुंदै और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री की वृद्धि दर 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में दस प्रतिशत से काफी नीचे रही.
प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया, हुंदै और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री की वृद्धि दर 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में दस प्रतिशत से काफी नीचे रही. साल के लगभग नौ महीनों में यात्री वाहनों की मांग मंद रहने के कारण कुल मिला कर बिक्री वृद्धि सुस्त रही. होंडा कार्स इंडिया और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की बिक्री की औसत रफ्तार भी पिछले वित्त वर्ष में दस प्रतिशत से कम रही.
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने वित्त वर्ष 2018-19 में सर्वाधिक 18,62,449 वाहनों की बिक्री की लेकिन 2017-18 के मुकाबले उसकी वृद्धि की रफ्तार महज 4.7 प्रतिशत रही. कंपनी वित्त वर्ष में आठ प्रतिशत की वृद्धि का अपना लक्ष्य प्राप्त करने में भी विफल रही.
पिछले साल दिसंबर में कंपनी ने बिक्री में बढ़ोत्तरी के अपने अनुमान को घटाकर आठ प्रतिशत कर दिया था. इससे पहले उसने दोहरे अंकों में वृद्धि का अनुमान पेश किया था. हालांकि आलोच्य वित्त वर्ष में घरेलू बाजार में कंपनी ने अब तक की सर्वाधिक 17,53,700 इकाइयों की बिक्री दर्ज की, जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 6.1 प्रतिशत अधिक है.
हुंदै मोटर इंडिया ने पिछले साल एक अप्रैल से इस साल के 31 मार्च तक 6,90,184 वाहनों की बिक्री की जो वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में ढाई प्रतिशत की बढ़ोत्तरी को दर्शाता है. कंपनी की घरेलू बिक्री 1.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5,45,243 वाहनों पर रही.
हुंदै मोटर इंडिया के राष्ट्रीय बिक्री प्रमुख विकास जैन ने कहा कि 1.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2018-19 में उसकी बिक्री ऊंची रही. बहुपयोगी वाहन बनाने वाली कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आलोच्य वित्त वर्ष में दो प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,54,701 वाहनों की बिक्री की.
एम एंड एम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा कि कुल मिलाकर कंपनी ने 11 प्रतिशत की वृद्धि की मजबूत ठोस वृद्धि हासिल की.
होंडा कार्स इंडिय लिमिटेड (एचसीआईएल) ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 1,83,787 वाहनों की बिक्री की, जो वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में आठ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी को दिखाता है.
एचसीआईएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और निदेशक (बिक्री एवं विपणन) राजेश गोयल ने कहा, “बाजार में चुनौतीपूर्ण स्थिति के बावजूद डीलरों एवं कंपनी की लगातार कोशिशों की बदौलत यह वृद्धि दर हासिल हो सकी, जो उद्योग के मुकाबले अधिक है.”
उन्होंने बताया कि अमेज के नये संस्करण से कंपनी की बिक्री को बल मिला. इसी प्रकार टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वाहनों की घरेलू बिक्री में वित्त वर्ष 2018-19 में सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी. कंपनी ने इस दौरान 1,50,525 वाहनों की बिक्री की.
वित्त वर्ष 2018-19 में टाटा मोटर्स की बिक्री 16 प्रतिशत की उछाल के साथ 6,78,486 इकाइयों पर रही. कंपनी ने इससे पहले के वित्त वर्ष में 5,86,507 वाहन बेचे थे.
दोपहिया श्रेणी की सबसे बड़ी निर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने 31 मार्च, 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में 78,20,745 वाहनों की बिक्री की. कंपनी ने 2017-18 में 75,87,130 इकाइयों की बिक्री की थी.
वहीं सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने सूचना दी है कि उसने आलोच्य अवधि में 30 प्रतिशत की उछाल के साथ 7,47,506 वाहनों की बिक्री की. कंपनी के मुताबिक यह उसकी अबतक सबसे अधिक बिक्री है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2017-18 में 5,74,711 वाहन बेचे थे. वहीं टीवीएस मोटर्स ने आलोच्य वित्त वर्ष में 12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 37.57 लाख दोपहिया वाहनों की बिक्री की.