वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड बिजली से चलने वाले वाहन (ईवी) क्षेत्र में साझेदारी की संभावनाएं तलाश सकती है. इससे उसे नयी प्रौद्योगिकी के विकास पर कम खर्च करना होगा. हालांकि, हिन्दुजा समूह की प्रमुख कंपनी पारंपरिक इंजन वाले वाहनों की श्रेणी में अपने इंजन ही लगाएगी क्योंकि पिछले कई वर्षों में उसने अलग-अलग क्षमताओं वाले इंजन विकसित कर लिए हैं.

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शुरू हो चुका है काम

अशोक लीलैंड के चेयरमैन धीरज हिन्दुजा ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, 'हमारी अपनी टीम बिजली से चलने वाले वाहनों के क्षेत्र में काम कर रही है लेकिन यह एक नया क्षेत्र है और इसमें काफी बदलाव हो रहे हैं. हम बैटरी या ईवी कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं के बारे में संभावनाओं पर नजर रखेंगे.  

ईवी क्षेत्र में संभावनाएं तलाश रही कंपनी

उन्होंने कहा कि ईवी क्षेत्र में सहयोग की संभावनाएं इसलिए तलाशी जा रही हैं कि इसके विकास से जुड़े खर्चों को नियंत्रण में रखा जाए. उल्लेखनीय है कि पिछले साल कंपनी को अहमदाबाद बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की ओर से 50 ईवी बसों की आपूर्ति का बड़ा ऑर्डर मिला था.

 

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कंपनी पहले से बना रही है ई बसें

हिन्दुजा ने कहा कि कंपनी के पास पहले से बिजली से चलने वाली बसें हैं और वे बसों का नए रेंज विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमारा लक्ष्य ऐसे उत्पादों की श्रृंखला विकसित करना है, जो विभिन्न राज्यों और निजी उपयोगकर्ताओं की जरूरतों के अनुरूप हों'. हिन्दुजा से पूछा गया कि क्या पारंपरिक वाहनों के क्षेत्र में किसी तरह के सहयोग की संभावना है तो उन्होंने कहा कि कंपनी आत्मनिर्भर होने की दिशा में काम कर रही है.