फ्रांस के बाद श्रीलंका और मॉरिशियस में जमेगी UPI की धाक, दोनों देशों में इस तारीख को होगा लॉन्च
UPI in Srilanka and Mauritius:फ्रांस के बाद श्रीलंका और मॉरीशस में 12 फरवरी को यूपीआई लॉन्च किया जाएगा. इसके अलावा मॉरीशस में रूपे कार्ड भी जारी होगा. पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे.
UPI in Srilanka and Mauritius: भारत का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI श्रीलंका और मॉरीशस में सोमवार 12 फरवरी को लॉन्च होगा. इसके अलावा Rupay कार्ड भी मॉरीशस में लॉन्च होगा. इस दौरान श्रीलंका के प्रेसिडेंट रनिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के पीएम प्रविंद जागुनाथ भी मौजूद होंगे. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे. गौरतलब है कि फ्रांस में यूपीआई भुगतान व्यवस्था को स्वीकार किया जाएगा और इसकी शुरुआत एफिल टॉवर से हुई है.
UPI in Srilanka and Mauritius: श्रीलंका और मॉरीशस के नागरिक कर सकेंगे भुगतान, मॉरीशस के बैंक जारी कर सकेंगे Rupay कार्ड
यूपीआई सर्विस के लॉन्च से श्रीलंका और मॉरीशस की यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के साथ-साथ भारत की यात्रा करने वाले मॉरीशस के नागरिक यूपीआई के जरिए भुगतान कर सकेंगे. RuPay कार्ड सेवाओं के विस्तार से मॉरीशस के बैंक मॉरीशस में RuPay तंत्र के आधार पर कार्ड जारी करने में सक्षम होंगे. भारत और मॉरीशस दोनों में निपटान के लिए RuPay कार्ड के उपयोग की सुविधा प्रदान करेंगे. इस लॉन्च से तेज और निर्बाध डिजिटल लेनदेन अनुभव का लाभ तीनों देशों के लोगों को होगा. देशों के बीच डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ेगी.
UPI in Srilanka and Mauritius: फ्रांस में लॉन्च हुआ था यूपीआई, लायरा के साथ किया था गठजोड़
गणतंत्र दिवस से पहले फ्रांस में भी यूपीआई लॉन्च हुआ था.एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स (एनआईपीएल) ने फ्रांस की ई-कॉमर्स और भुगतान कंपनी लायरा के साथ गठजोड़ किया. भारतीय दूतावास ने अपने बयान मे कहा गया कि इस समय एफिल टॉवर देखने आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों में भारतीय पर्यटक दूसरे सबसे बड़े समूह के रूप में हैं. पेरिस के एफिल टॉवर को देखने आने वाले पर्यटक अब भारत के एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए इस प्रतिष्ठित स्मारक की अपनी यात्रा बुक कर सकेंगे.
एनआईपीएल के सीईओ रितेश शुक्ला ने कहा कि उनका लक्ष्य ऐसी साझेदारी स्थापित करना और उपभोक्ताओं को सुविधाजनक तथा सुरक्षित सीमा पार भुगतान समाधान देने में सहयोग करना है.