WhatsApp के बाद एलन मस्क के Twitter पर बड़ी डेटा डकैती, हैकर्स ने 54 लाख यूजर्स की जानकारी चुराई
Twitter Data Leak: WhatsApp के बाद अब ट्विटर के भी 54 लाख यूजर्स का डेटा हैकर्स ने लीक कर दिया है. एक इंटरनल बग के चलते हैकर्स के डेटा में सेंधमारी की गई है.
Twitter Data Leak: चैटिंग ऐप WhatsApp के बाद अब माइक्रो ब्लागिंग प्लेटफॉर्म Twitter के यूजर्स के भी डेटा पर हैकर्स ने भी सेंधमारी कर दी है. एक इंटरनल बग के जरिए कम से कम 5.4 मिलियन ट्विटर यूजर्स के रिकॉर्ड एक ऑनलाइन फोरम पर लीक हो गए हैं. 5.4 मिलियन ट्विटर यूजर्स के इस डेटा सेल के अलावा, एक अलग ट्विटर एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) का उपयोग करके 1.4 मिलियन ट्विटर प्रोफाइल एकत्रित किए गए थे, जिन्हें कथित तौर पर कुछ लोगों के बीच शेयर किया गया है.
कब हुआ डेटा लीक
ब्लीपिंग कंप्यूटर (Bleeping Computer) की रिपोर्ट के अनुसार, बड़े पैमाने पर लीक हुए इन डेटा में स्क्रैप पब्लिक इंफॉरमेशन के साथ-साथ निजी फोन नंबर, ईमेल एड्रेस आदि शामिल हैं. यह डेटा एक्सपोज तब हुआ जब मस्क ने अपने ट्विटर 2.0 The Everything App का खुलासा किया. इसमें कहा गया कि नए साइन अप में कंपनी अभी तक के अपने शीर्ष पर है और कंपनी अब नई भर्तियां कर रही है. सुरक्षा विशेषज्ञ चाड लोडर ने सबसे पहले ट्विटर पर ये खबर बताई और जल्द ही उन्हें मंच से निलंबित कर दिया गया.
कैसे हुआ डेटा लीक
लॉडर ने ट्विटर पर पोस्ट किया था, "मुझे हाल ही में यूरोपीय संघ और अमेरिका में लाखों ट्विटर खातों को प्रभावित करने वाले बड़े पैमाने पर डेटा उल्लंघन का सबूत मिला है. मैंने प्रभावित खातों में से एक से संपर्क किया और उन्होंने पुष्टि की है कि उल्लंघन किया गया डेटा सटीक है. यह उल्लंघन 2021 से पहले नहीं हुआ था."
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इस साल जनवरी में Twitter API vulnerability fix का उपयोग कर गैर-सार्वजनिक जानकारी वाले डेटा को चुरा लिया गया था.
रिपोर्ट में रविवार को कहा गया कि यह डेटा दिसंबर 2021 में हैकरवन बग बाउंटी प्रोग्राम में बताए गए ट्विटर एपीआई भेद्यता का उपयोग कर एकत्र किया गया.
ट्विटर ने नहीं की कोई टिप्पणी
अधिकांश डेटा में सार्वजनिक जानकारी जैसे कि ट्विटर आईडी, नाम, लॉगिन नाम, स्थान और वेरिफाइड स्टेटस शामिल होती है. इसमें निजी जानकारी भी जैसे फोन नंबर और ईमेल पते शामिल हैं. मस्क या ट्विटर ने अभी तक रिपोर्ट पर टिप्पणी नहीं की है.
रिपोर्ट के अनुसार, जैसा कि हैकर्स ने 5.4 मिलियन रिकॉर्ड ऑनलाइन जारी किए हैं, कथित तौर पर उसी भेद्यता का उपयोग कर एक बड़ा डेटा डंप बनाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है, "हमें बताया गया था कि इसमें 17 मिलियन से अधिक रिकॉर्ड हैं, लेकिन स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती."