एलन मस्क के 'Chief Twit' बनने के बाद Twitter से हटाए गए CEO पराग अग्रवाल और CFO नेड सेगल
Twitter CEO Parag Agrawal: मस्क की ओर से ट्विटर के लिए बोली लगाने के बाद से ही कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल के साथ उनकी नोकझोंक चल रही थी. दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण मंजूर कर लिया और कंपनी के नए चीफ इन चार्ज बन गए हैं.
Twitter CEO Parag Agrawal: एलन मस्क के माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) के 'चीफ ट्वीट' बनने के बाद कंपनी में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. ताजा घटनाक्रम में कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल (Twitter CEO Parag Agrawal) और सीएफओ नेड सेगल (CFO Ned Segal) को कंपनी से बाहर निकाल दिया गया है. अमेरिकी मीडिया के हवाले से यह खबर आई है. मस्क की ओर से ट्विटर के लिए बोली लगाने के बाद से ही कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल के साथ उनकी नोकझोंक चल रही थी. दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण मंजूर कर लिया और कंपनी के नए चीफ इन चार्ज बन गए हैं. Elon Musk की Twitter के साथ 44 बिलियन डॉलर की डील को पिछले कई महीने से खींचतान चल रही थी.
US मीडिया के मुताबिक, ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल और CFO नेड सेगल सैन फ्रांसिस्को स्थित कंपनी के हेडक्वार्टर से बाहर निकल गए और लौटकर नहीं आए. लीगल पॉलिसी, ट्रस्ट और सेफ्टी विभाग के हेड विजय गड्डे को भी बाहर कर दिखा दिया गया है. मस्क के पास 27 अक्तूबर 2022 तक 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने या कोर्ट ट्रायल का सामना करने की डेडलाइन थी.
डील फाइनल करने से पहले मस्क का बयान
Twitter को खरीदने के लिए डील फाइनल करने से एक दिन पहले Elon Musk ने एक लंबा चौड़ा स्टेटमेंट जारी किया. इसमें मस्क ने बताया कि इस डील को लेकर उनका मकसद क्या है और एडवर्टाइजिंग को लेकर उनका क्या सोचना है. बीते करीब 6 महीने से ट्विटर खरीदने को लेकर चल रही खींचतान के बीच मस्क को कोर्ट से आदेश मिला था कि कि वो मौजूदा शर्तों पर डील को 28 अक्टूबर तक फाइनल करें, वर्ना उन्हें फुल ट्रायल से गुजरना होगा. इसके पहले मस्क बुधवार को ट्विटर हेडक्वॉर्टर जा चुके हैं और इसके बाद यह लंबा चौड़ा बयान जारी किया है.
ट्विटर पर शेयर किए गए इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि "मैंने ट्विटर क्यों खरीदा है और मैं एडवर्टाइजिंग के बारे में क्या सोचता हूं, इसपर काफी अटकलें लगाई गई हैं, जिनमें से ज्यादातर गलत ही रही हैं. ट्विटर का अधिग्रहण करने की वजह ये है कि हमारी आने वाली सभ्यता के पास एक कॉमन डिजिटल स्पेस होना चाहिए, जहां अलग-अलग विचारधारा, विश्वास के लोग बिना हिंसा के स्वस्थ चर्चा कर सकें."