कोरोना वायरस (Coronavirus) की टेस्टिंग को लेकर पूरी दुनिया में नए-नए प्रयोग चल रहे हैं. अब तक इसकी टेस्‍ट किट को लेकर काफी ऊहापोह की स्थिति है. हालांकि भारत ने कुछ लैबोरेट्रीज को टेस्‍ट किट तैयार करने की मंजूरी दी है. लेकिन मौजूदा व्‍यवस्‍था में कोरोना पॉजिटिव केस का पता लगने में 24 घंटे से ज्‍यादा का समय लग रहा है. इस स्थिति में मरीज की स्थिति और खराब हो जाती है.

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लेकिन हम आपके लिए अच्‍छी खबर लाए हैं वह यह कि ऐसी किट तैयार करने का ट्रायल शुरू हो चुका है जो सिर्फ 10 मिनट में कोरोना का रिजल्‍ट बता देगी और उस पर खर्च भी मात्र 1 डॉलर यानि 74 रुपए के आसपास आएगा. इस किट को ब्रिटेन की फर्म मोलोजिक लिमिटेड तैयार कर रही है.

ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो इस किट को 3 महीने से भी कम समय में तैयार कर लिया जाएगा. अभी 54 देशों में सिर्फ 36 देशों के पास कोरोना टेस्‍ट की किट मौजूद है. 

बता दें कि भारत ने स्‍वदेशी स्‍तर पर दो कंपनियों को इसकी किट तैयार करने की मंजूरी दी है. जल्‍द ही देशभर की पैथ लैब में इस वायरस की टेस्टिंग हो सकेगी. ICMR ने बीमारियों की जांच के समाधान बनाने वाली पुणे की मायलैब (Mylab) डिस्कवरी सॉल्युशंस को अपनी कोविड-19 टेस्ट किट के लिए वाणिज्यिक उत्पादन की अनुमति दे दी है. ऐसी अनुमति पाने वाली यह देश की पहली कंपनी है. साथ ही Altona Diagnostics को भी टेस्टिंग किट बनाने की मंजूरी मिली है.

Mylab के बयान के मुताबिक कोरोना वायरस की जांच करने वाली उसकी ‘मायलैब पैथोडिटेक्ट कोविड-19 क्वालिटेटिव पीसीआर किट’को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से वाणिज्यिक उत्पादन की अनुमति मिल गयी है.

कंपनी के प्रबंध निदेशक हसमुख रावल ने कहा, ‘स्थानीय और केंद सरकार से मिले सहयोग और ‘मेक इन इंडिया’ पर जोर देते हुए उसने कोविड-19 (Covid 19) की जांच के लिए एक किट तैयार की है.

भारत में अब तक कुल 873 लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिसमें से 775 व्यक्ति अभी भी कोविड-19 से ग्रस्त हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी.