India-Russia relations: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के आज 16 दिन पूरे हो गए हैं. इस लड़ाई की वजह से भारत और रूस के संबंधों में खटास जरूर आई है लेकिन रिश्तों में कोई दरार नहीं दिख रही. दोनों देशों के संबंध पहले की तरह ही हैं. वहीं रूस भारत के साथ कारोबार को और बढ़ाना चाहता है. इसे लेकर रूस के उप-प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी से बात की. उन्होंने भारत को तेल और गैस सेक्टर में निवेश बढ़ाने का न्योता दिया.

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रूसी उप प्रधानमंत्री ने भारत को वहां तेल, गैस क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया और Privileged State Partnership का न्योता भी दिया. आपको बता दें कि रूस से पेट्रोलियम उत्पादों के एक्सपोर्ट का आंकड़ा 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो चुका है. अलेक्जेंडर नोवाक ने इसको और बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों में न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर में भी तेजी आएगी.

प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा करने पर जोर

रूस ने अपने देश में अभी चल रहे प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा करने पर जोर दिया. आपको बता दें कि उसके लिए आर्कटिक एलएनजी 2 और Sakhalin-1 परियोजना काफी महत्वपू्र्ण हैं. नोवाक ने कहा कि रूस की कई प्रमुख कंपनियां भारत में प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं. जिसमें तेल, नैचुरल गैस, कोयला का उत्पादन प्रोसेसिंग और डिस्ट्रीब्यूशन शामिल हैं.

शिक्षा क्षेत्र पर भी हुई चर्चा

बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों खासकर तेल, एनर्जी और शिक्षा क्षेत्र पर जोर देने को लेकर चर्चा. रूस शिक्षा के क्षेत्र में भी संबंधों को और विस्तार देना चाहता है. रूस की यूनिवर्सिटीज में भारतीय छात्रों की शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर भी बात हुई. रूस के हमले के बाद बड़ी संख्या में भारत के छात्र यूक्रेन से लौटे हैं. ऑपरेशन गंगा के तहत उनकी स्वदेश वापसी की गई.