PM Modi Birthday: पीएम मोदी से बोले रूसी राष्ट्रपति- 'मैं जानता हूं कल आपका बर्थडे है, फिर भी विश नहीं करूंगा...' जानें पुतिन ने ऐसा क्यों कहा
PM Modi Birthday: पीएम मोदी ने अपने बर्थडे के एक दिन पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ मुलाकात की. इस दौरान पुतिन ने उनके बर्थडे का भी जिक्र किया, लेकिन उन्हें विश नहीं किया. जानिए क्यों.
PM Modi Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपना 72वां बर्थडे मनाने जा रहे हैं. इसके पहले उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन की शिखर बैठक में हिस्सा लिया. इसके साथ ही उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ भी मुलाकात की. इस दौरान पुतिन ने पीएम मोदी के बर्थडे का जिक्र भी किया और भारत के समृद्धि और विकास की भी कामना की. हालांकि रूसी कल्चर के मुताबिक जन्मदिन के एक दिन पहले बर्थडे की बधाई नहीं दी जा सकती, फिर भी उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि उन्हें पता है कि कल भारत के प्रधानमंत्री का जन्मदिन है.
पुतिन ने किया ये विश
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों नेताओं की मुलाकात के बीच पीएम मोदी को कहा, "माई डिअय फ्रेंड, कल आप अपना जन्मदिन मनाने जा रहे हैं. रूसी ट्रेडिशन के मुताबिक, हम किसी को भी जन्मदिन के पहले शुभकामना नहीं देते हैं, इसलिए हम आपको अभी जन्मदिन की शुभकामना नहीं दे सकते हैं, लेकिन हम आपको बताना चाहते हैं कि हमें इस बात की जानकारी है. हम आपको शुभकामना देना चाहते हैं, हम भारत को शुभकामना देना चाहते हैं और इसकी समृद्धि की कामना करते हैं."
SCO की बैठक में उज्बेकिस्तान गए हैं पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत की. इस साल फरवरी में शुरू हुए रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के बाद यह दोनों नेताओं के बीच पहली मुलाकात है.
दोनों नेताओं के बीच क्या हुई बात
बता दें कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा की है. भारत ने अभी तक यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की आलोचना नहीं की है. भारत हमेशा से दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिए समाधान पर जोर दे रही है.
यूक्रेन संघर्ष पर पीएम मोदी ने कही ये बात
पीएम मोदी ने पुतिन के साथ मुलाकात में यूक्रेन के साथ संघर्ष को लेकर कहा, "आज का युग युद्ध का नहीं है. हमने फोन पर आपके कई बार इस बारे में बात भी की है कि लोकतंत्र कूटनीति और संवाद दुनिया को एक स्पर्श करती हैं. मैं आपका और यूक्रेन का आभार व्यक्त करना चाहूंगा कि संकट के काल में शुरू में जब हमारे हज़ारों छात्र यूक्रेन में फंसे थे। आपकी और यूक्रेन की मदद से हमारे छात्रों को हम निकाल पाए."