Nepal plane crash: नेपाल के पर्वतीय जिले मुस्तांग में एविएशन कंपनी ‘तारा एअर’ के दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में सवार कोई भी व्यक्ति अभी तक जिंदा नहीं मिला है. नेपाली मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है. नेपाल की सेना ने सोमवार को बताया कि, रविवार की सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुए यात्री विमान का मलबा मुस्तांग जिले में मिला है. विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे. कनाडा में बना यह विमान पोखरा से मध्य नेपाल के मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम की ओर जा रहा था. ‘माय रिपब्लिक’ अखबार की खबर के अनुसार, घटनास्थल पर पहुंचे इंदा सिंह ने बताया कि विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.

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अखबार ने सिंह के हवाले से कहा कि ‘‘विमान में सवार सभी लोग मृत मिले हैं. शव शिनाख्त करने की स्थिति में हैं.’’ सिंह ने बताया कि शव एक नजदीकी गड्ढे में हैं, इसलिए उन्हें निकालने में परेशानी हो रही है.

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चट्टान से टकराने के बाद हादसे की आशंका 

उन्होंने बताया कि विमान (Nepal plane crash) में आग नहीं लगी थी. वह शायद एक चट्टान से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ. नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने एक बयान में बताया कि मुस्तांग जिले में विमान के मलबे से 14 शव बरामद किए गए हैं. मुस्तांग जिले के थसांग-2 में 14,500 फुट की ऊंचाई पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. सीएएएन के अनुसार, दुर्घटनास्थल पर नेपाल सेना, एयर डायनेस्टी, कैलाश हेलीकॉप्टर, फिशटेल एयर हेलीकॉप्टर के खोज एवं बचाव दल और अन्य बचाव कर्मियों को तैनात किए गए हैं.

फिशटेल एयर का 9एन-एजेआर हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचा और सोमवार सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर उसने विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि की. एविएशन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के अनुसार, प्लेन (Nepal plane crash) में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों-धनुष त्रिपाठी और ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है. यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है.

रविवार सुबह भरी थी उड़ान

इससे पहले, सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने ट्वीट किया, ‘‘सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है. इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी.’’ उन्होंने एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘‘दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 के सनोसवेयर में है.’’ सिल्वाल ने बताया कि पुलिस निरीक्षक लेफ्टिनेंट मंगल श्रेष्ठ और एक गाइड दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न एजेंसियों के अन्य बचाव दल छोटे हेलीकॉप्टर के जरिये दुर्घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. वहां पहुंचने के लिए हर संभव साधन के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है.’’ नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अनुसार, ‘तारा एअर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार सुबह 10 बजकर सात मिनट पर उड़ान भरी थी, लेकिन करीब 12 मिनट बाद ही उसका कंट्रोल टावर से संपर्क टूट गया.

2016 में भी हुआ था हादसा 

सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में केवल विमान का पीछे का हिस्सा और एक पर नजर आ रहा है. वहीं, ऑनलाइन समाचार मंच की एक खबर में स्थानीय लोगों के हवाले से कहा गया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा मानापथ पर्वत के नीचे सनोसवेयर में मिला है. विमान लांखु नदी के उद्गम स्थल के पास पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ और कई हिस्सों में टूट कर बिखर गया. खबर में मुस्तांग के प्रमुख जिलाधिकारी नेत्र प्रसाद के हवाले से कहा गया है कि विमान समुद्र तल से करीब 4,000 मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ.

गौरतलब है कि 2016 में ‘तारा एयर’ का एक दूसरा विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हादसे में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की जान चली गई थी.