India Maldives Relations: भारत और मालदीव के रिश्ते इन दिनों चर्चा में है. पीएम नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव सरकार के उप मंत्रियों द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी. हालांकि, भारत की आपत्ति के बाद मालदीव सरकार ने इन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया था. मालदीव में साल 2023 में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे. इसमें मोहम्मद मोइज्जू की जीत हुई थी. अपने चुनाव अभियान के दौरान मोइज्जू की पार्टी ने 'इंडिया आउट' का नारा दिया था. जानिए कैसे शुरू हुआ भारत मालदीव के बीच ये पूरा विवाद.

India Maldives Relations: 75 जवानों की टुकड़ी को भेजा था मालदीव, सेना के खिलाफ चलाया था अभियान 

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फरवरी 2021 में, भारत ने मालदीव के साथ उथुरू थिला फाल्हू (UTH) द्वीप पर राष्ट्रीय रक्षा बल तटरक्षक बंदरगाह को विकसित करने के लिए विकास सौदे पर साइन किए थे. इस सौदे के जरिए समुद्र क्षेत्र की बेहतर निगरानी में मदद मिली थी. इसके बाद भारत ने मालदीव को कोस्टगार्ड के लिए एक पेट्रोल वैसल, एयर सर्विलांस के लिए एयर डॉर्नियर विमान, दो अटैक हेलिकॉप्टर प्रचंड दिया था. इसके अलावा 75 भारतीय जवानों को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया. हालांकि, भारतीय सेना की मौजूदगी के खिलाफ इंडिया आउट अभियान चलाया गया. 

India Maldives Relations: चुनाव अभियान के दौरान दिया था India Out का नारा 

मोहम्मद मुइज्जू ने अपने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान इंडिया आउट का नारा दिया था. उन्होंने भारतीय सेना की 75 सैनिकों वाली टुकड़ी को हटाने का संकल्प लिया था. इसके अलावा  मालदीव में विपक्षी दलों ने मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी की सरकार को भारत के साथ अपनी बढ़ती निकटता के लिए निशाना बनाया था. यही नहीं, तत्कालीन राष्ट्रपति इब्राहिम सालेह पर भारत को "मालदीव बेचने" का आरोप लगाया था. इसके अलावा मुइज्जू सरकार को चीन का भी समर्थक माना जाता है.   

India Maldives Relations: 2023 में 2.09 लाख भारतीय टूरिस्ट गए थे मालदीव        

मालदीव पर्यटन मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2023 में 17 लाख से अधिक पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की थी जिनमें 2.09 लाख से अधिक भारतीय थे. इसके पहले 2022 में भारतीय सैलानियों की संख्या 2.4 लाख से अधिक थी. मालदीव के पर्यटन निकाय ने कहा,'मालदीव के पर्यटन उद्योग में भी भारत का निरंतर और महत्वपूर्ण योगदान रहा है. उसने कोविड-19 के बाद सीमाएं दोबारा खुलने पर हमारे पुनरुद्धार प्रयासों में काफी मदद की है। भारत मालदीव के लिए शीर्ष बाजारों में से एक बना हुआ है.'