Editors Take: US फेड कितनी बढ़ाएगा ब्याज दरें, जेरोम पॉवेल की कमेंट्री क्यों है अहम? जानिए अनिल सिंघवी की राय
US Fed rate hike updates: यूएस फेड ब्याज दरों में कितनी बढ़ोतरी करेगा और पॉलिसी में आगे के क्या संकेत मिल सकते हैं. इस बारे में जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी है.
US Fed Meetings: अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की अहम बैठक से ब्याज दरों पर फैसला सकता है. यूएस फेड की मीटिंग से पहले दुनियाभर के बाजार सतर्क नजर आ रहे हैं. बुधवार के शुरुआती सेशन में भारतीय शेयर बाजारों में भी दबाव देखने को मिला. महंगाई को नियंत्रित करने के लिए यूएस फेड इससे पहले लगातार तीन बार ब्याज दरें बढ़ा चुका है. इस बार फेड ब्याज दरों में कितनी बढ़ोतरी करेगा और पॉलिसी में आगे के क्या संकेत मिल सकते हैं. इस बारे में जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी है.
अनिल सिंघवी का कहना है कि हमें फेड की हर पॉलिसी पर फोकस रखना पड़ेगा. फेड आज 0.75 फीसदी ब्याज दरें बढ़ा सकता है. इस तरह यह लगातार चौथी बार ब्याज दरों में पौन फीसदी की बढ़ोतरी होगी. आगे अब इस बात नजर रहेगी अगली पॉलिसी यानी दिसंबर में फेड कितनी ब्याज दरें बढ़ाएगा. फेड से इसको लेकर संकेत चाहिए कि क्या आगे ब्याज दरें आधा फीसदी बढ़ेंगी या इससे कम. अगर इससे कम के संकेत आ गए, तो यह हमारे लिए अच्छा होगा.
उनका कहना है, जेरोम पॉवेल की कमेंट्री पर ज्यादा फोकस होगा. इसके बाद, इस पर नजर होगी कि फेड मार्च तक ब्याज दरें कितनी और बढ़ाता है. आधा, पौन पर्सेंट या उससे ज्यादा, क्योंकि इस बार 0.75 फीसदी बढ़ाने के बाद आगे आधा फीसदी या पौन फीसदी बढ़ाने की गुंजाइश रहती है. तीसरी अहम बात यह कि यूएस फेड ब्याज दरें घटाना कब शुरू करेगा. यह जरूरी नहीं कि फेड आज ही यह बात बताए लेकिन अगर इस पर डायरेक्शन दे, तो यह बहुत अच्छा होगा. यूएस फेड में ये तीन बातें अहम हैं.
फेड ने लगातार तीन बार 0.75% बढ़ाई हैं दरें
अमेरिकी केंद्रीय बैंक लगातार तीन बार ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है. फेड ने ब्याज दरें बढ़ाकर 3-3.2 फीसदी की. महंगाई को नियंत्रित करने के लिए फेड लगातार ब्याज दरें बढ़ा रहा है. यूएस फेड ने पहले ही संकेत दे चुका है कि वह आने वाली बैठक में भी ब्याज दरों में इजाफा कर सकता है. US फेड महंगाई को लेकर चिंतित है. यूएस फेड महंगाई को 2 फीसदी तक लाने के लिए प्रतिबद्ध है. केंद्रीय बैंक का अनुमान है कि वह ब्याज दरों को साल 2023 तक 4.6 फीसदी तक ले जा सकता है. बेंचमार्क रेट साल के आखिर तक 4.4 फीसदी तक बढ़ाई जा सकती है. इसके बाद साल 2023 में इसे बढ़ाकर 4.6 फीसदी ले जाने का अनुमान है.