एप्पल ने थर्ड पार्टी स्क्रीन लिमिटिंग ऐप्स को हटाने पर सफाई दी है, जबकि ये ऐप्स लोगों को आईफोन एडिक्शन से बचाते हैं. एप्पल का कहना है कि इन ऐप्स से यूजर्स की निजता और सुरक्षा को जोखिम था. एप्पल ने 17 सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जानेवाले स्क्रीन-टाइम और पैरेंटल-कंट्रोल ऐप्स में से कम से कम 11 को हटा दिया है. रविवार देर रात एक ब्लॉग पोस्ट में कपर्टिनों की आईफोन निर्माता ने कहा कि हटाए गए पैरेंटल कंट्रोल ऐप्स में मोबाइल डिवाइस मैनेजमेंट (एमडीएम) टेक्नोलॉजीज के प्रयोग से यूजर्स के लोकेशन, ऐप यूज, ईमेल अकाउंट्स, कैमरा परमीशंस और ब्राउसिंग हिस्ट्री के थर्ड पार्टी तक पहुंचने का खतरा था. 

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आईफोन निर्माता ने लिखा, "एमडीएम के वैध उपयोग हैं, लेकिन यह अविश्वसनीय रूप से जोखिम भरा है, और ऐप स्टोर की नीतियों का स्पष्ट उल्लंघन है." शोध से पता चलता है कि एमडीएम प्रोफाइल्स का हैकर्स द्वारा दुर्भावनापूर्ण प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जा सकता है.

इससे पहले दिसंबर में एप्पल ने उन डेवलपरों को चेतावनी दी थी, जो थर्ड-पार्टी स्क्रीन-टाइम ट्रैकर्स और पैरेंटल कंट्रोल एप्स विकसित कर रहे थे और कहा था कि एप स्टोर के दिशानिर्देशों के उल्लंघन के कारण उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा. 

(रॉयटर्स)

क्वालकॉम से विवाद हुआ खत्म

हाल ही में एप्पल और चीन की माइक्रोचिप बनाने वाली कंपनी क्वालकॉम दुनियाभर में एक-दूसरे के खिलाफ दायर सभी मुकदमों को खत्म करने को लेकर सहमत हो गए हैं. दोनों कंपनियों के बीच रॉयल्टी के भुगतान को लेकर लंबी कानूनी लड़ाई जारी रही. आपको बता दें कि कैलिफोर्निया में तब दोनों दिग्गज कंपनियों के मामले में सुनवाई से थोड़ा पहले ही यह सुलह हो गई थी. इस सहमति से अब विवाद खत्म हो गया है.