9/11 Attacks: अमेरिकी इतिहास का वो काला दिन जिसमें मारे गए थे करीब 3000 लोग, आतंकी घटना से दहल गई थी दुनिया
9/11 हमले की साजिश अफगानिस्तान में बैठे ओसामा बिन लादेन की रची थी. पूरी घटना में बम, गोली या बारूद का इस्तेमाल नहीं किया गया था.
आज ही के दिन ठीक 21 साल पहले अमेरिका में एक ऐसी घटना घटी, जिससे पूरी दुनिया सहम गई. घटना ऐसी थी जिसमें करीब 3000 लोगों की जानें गई और सैकड़ों लोग घायल हुए. 11 सितंबर 2001 को अलकायदा के 19 आतंकियों ने न्यूयॉर्क की वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाते हुए 4 विमान को हाइजैक करके आत्मघाती हमला किया. तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इस घटना को अमेरिकी इतिहास का काला दिन कहा था. इस भयानक आतंकी घटना का मास्टर माइंड ओसामा बिन लादेन था. जिसे अमेरिका ने 2011 में हुए एक सीक्रेट ऑपरेशन में मार गिराया था.
हमले में 93 देशों के करीब 3 हजार लोग मारे गए
9/11 हमले की साजिश अफगानिस्तान में बैठे ओसामा बिन लादेन की रची थी. पूरी घटना में बम, गोली या बारूद का इस्तेमाल नहीं किया गया था. इस पूरी घटना के लिए 19 आतंकियों को तैयार किया, जिसमें 15 सउदी अरब से थे. दो UAE और एक आतंकी लेबनान, एक आतंकी मिस्त्र से था. इन आतंकियों ने अमेरिका से 4 विमानों को हाइजैक किया. इन्हीं विमानों के जरिए पूरी घटना को अंजाम दिया. आतंकी हमले में मरने वालों में 93 देशों के 2977 नागरिक शामिल हैं, जिसमें 4 विमानों में सवार 246 यात्री और क्रू मेंबर भी शामिल हैं.
ओसामा को मारने के लिए चला ऑपरेशन नेप्च्यून
भयावह हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन अल-कायदा ने ली. इसके बाद अमेरिका ने अल-कायदा से जुड़े लोगों को मार गिराना शुरू किया. कई सालों तक ओसामा के न मिलने पर अमेरिका ने ऑपरेशन नेप्च्यून स्पीयर मिशन की शुरूआत की. इसके तहत आतंकी हमले के मास्टर माइंड ओसमा बिन लादेन को जिंदा या मुर्दा पकड़ना था. अंत में 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा के ठिकाने हमला कर मार गिराया.
हमले के पीड़ितों से मिलेंगे US प्रेसिडेंट
9/11 हमले की 21वीं बरसी पर आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन देशभर में यात्रा करेंगे. साथ ही हमले के पीड़ितों को सम्मानित करेंगे.