Heart Attack Symptoms: सीने में दर्द को हार्ट अटैक का बड़ा लक्षण माना जाता है, लेकिन हार्ट अटैक के दौरान हमेशा सीने में दर्द हो, ये जरूरी नहीं होता. कई बार हल्‍के और सामान्‍य से दिखने वाले लक्षण भी सामने आ सकते हैं. इसके अलावा सीने में दर्द हार्ट अटैक ही हो, ये भी जरूरी नहीं. कई बार गैस की वजह से भी सीने में दर्द की समस्‍या हो सकती है. ऐसे में एक सामान्‍य व्‍यक्ति गैस वाले सीने के दर्द और हार्ट अटैक वाले दर्द के फर्क को आखिर कैसे समझे? सीने में दर्द के अलावा भी हार्ट अटैक के क्‍या लक्षण होते हैं? आज वर्ल्‍ड हार्ट डे (World Heart Day 2023) के मौके पर जानिए इसके बारे में.

ऐसे समझें हार्ट अटैक और सामान्‍य दर्द में अंतर

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इस मामले में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजन ठाकुर कहते हैं कि सीने में दर्द गैस का भी होता है और ये हार्ट अटैक का भी लक्षण है. लेकिन गैस के दर्द और हार्ट अटैक वाले दर्द के बीच थोड़ा फर्क होता है. हार्ट अटैक का दर्द सीने के बीच से आपके जबड़ों, गर्दन और बायीं तरफ में हाथ में फैलता महसूस होता है. इस बीच किसी काम को करने या वजन उठाने से दर्द बढ़ जाता है. जबकि सामान्‍य दर्द या गैस के दर्द में ऐसा नहीं होता है. 

सामान्‍य दर्द और हार्ट अटैक के दर्द के बीच फर्क समझने के लिए आप अपने दोनों हाथों की उंगली को फंसाएं और लेटकर इसे अपने सीने पर रखें. अगर हार्ट अटैक का दर्द होगा तो आपको हाथ रखते ही ऐसा महसूस होगा कि मानो आपके सीने पर किसी ने भारी वजन रख दिया है. हार्ट अटैक का दर्द सीने में बड़ी जगह में फैला होता है. सामान्‍य दर्द में ऐसा नहीं होता. सामान्‍य दर्द एक स्‍थान पर भी हो सकता है और आप आसानी से एक उंगली रखकर इस दर्द के बारे में बता सकते हैं. 

ये भी हैं हार्ट अटैक के लक्षण

कई बार हार्ट अटैक के दौरान सीने में दर्द की बजाय में गर्दन और जबड़े में भी दर्द के लक्षण भी देखे जाते हैं. ये दर्द काफी तेज और देर तक हो सकता है. इसके अलावा हार्ट अटैक के मामलों में ठंडा पसीना आना, पेट में दर्द, चक्‍कर, सांस लेने में तकलीफ, मितली, अत्‍यधिक थकान महसूस होने जैसे लक्षण भी सामने आ सकते हैं. जो बेहद सामान्‍य से लगते हैं. लेकिन अगर आपको ऐसे लक्षण दिखें, तो इन्‍हें इग्‍नोर न करें, फौरन विशेषज्ञ से परामर्श करें और अस्‍पताल पहुंचें.

सावधानी ही बचाव

विशेषज्ञ की मानें तो हार्ट अटैक के लक्षणों को समझकर अगर फौरन मरीज को अस्‍पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान बच सकती है. हार्ट अटैक के लक्षणों को देखकर फर्स्‍टएड के लिए अपने किसी फै‍मिली डॉक्‍टर से फोन पर परामर्श करें, ताकि मरीज को सुरक्षित अस्‍पताल तक पहुंचाया जा सके. इसके अलावा अपनी लाइफस्‍टाइल और खानपान की आदतों को सुधारें. सिगरेट, शराब, ऑयली फूड्स, जंकफूड-फास्‍टफूड आदि को खाने से परहेज करें. नियमित रूप से वर्कआउट करें. तनाव से दूर रहने के लिए योग करें और 7 से 8 घंटे की नींद लें.