World Cerebral Palsy Day 2023: बेहद दर्दनाक होती है ये न्यूरोलॉजिकल डिजीज, बच्चों के ब्रेन फंक्शन पर डालती है असर, जानें इसके बारे में
सेरेब्रल पाल्सी बच्चों में होने वाली एक जन्मजात बीमारी है. इसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होती है. इसको लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 6 अक्टूबर को वर्ल्ड सेरेब्रल पाल्सी डे मनाया जाता है.
हर साल 6 अक्टूबर को विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस (World Cerebral Palsy Day) मनाया जाता है. इस बीमारी को सीपी के नाम से भी जाना जाता है. ये एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल डिजीज है जो जन्म से ही बच्चों में देखने को मिलती है. इस बीमारी को विकलांगता की श्रेणी में रखा गया है. इससे पीड़ित बच्चे के ब्रेन का विकास आम बच्चों की तुलना में कम होता है. इसके कारण उनका ब्रेन फंक्शन प्रभावित होता है. ब्रेन के जिस हिस्से पर इसका असर होता है, उस हिस्से से संबन्धित अंग भी इसके कारण प्रभावित हो जाते हैं. ऐसे में मरीज का शारीरिक संतुलन भी ठीक से नहीं हो पाता. इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 6 अक्टूबर को विश्व ब दिवस मनाया जाता है. जानिए इस बीमारी के बारे में.
ये हैं सेरेब्रल पाल्सी के कारण
बच्चे को सेरेब्रल पाल्सी की समस्या प्रेगनेंसी के दौरान भी हो सकती है और प्रेगनेंसी के बाद भी. जो बच्चे समय से पहले जन्म लेते हैं या जो बहुत ज्यादा कमजोर होते हैं, उनमें ये समस्या होने की आशंका ज्यादा होती है. ये हैं सीपी के संभावित कारण-
- जन्म के समय बच्चे को पर्याप्त ऑक्सीजन न मिल पाए
- बच्चे के ब्रेन डेवलपमेंट के समय जेनेटिक परिवर्तन के कारण
- प्रेग्नेंसी के दौरान मां को हुए गंभीर संक्रमण की वजह से
- गर्भ में बच्चे के दिमाग में चोट लग जाए
- नवजात बच्चों में घातक संक्रमण के कारण
- अगर बच्चे के दिमाग में गर्भ के दौरान ब्रेन में खून की सप्लाई बंद हो जाए
सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण
मसल्स में स्टिफनेस, मांसपेशियों का बहुत कमजोर होना, चलने, उठने-बैठने और बात करने में परेशानी, शरीर के एक तरफ का हिस्सा ही काम करता है, कुछ चबाने-निगलने में परेशानी, शरीर का ठीक से विकास न हो पाना, कुछ बच्चों को सुनने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. आमतौर पर इस बीमारी के लक्षण जन्म के बाद पहले वर्ष में दिखाई देते हैं. जैसे ही आपको बच्चे में इस तरह के कोई भी लक्षण नजर आएं, बिना देर किए विशेषज्ञ को दिखाएं. इलाज में जितनी देर होगी, सही होने में भी उतना ही समय लगेगा.
सत्या नडेला के बेटे को भी थी बीमारी
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के बेटे को भी जन्म से ही सेरेब्रल पाल्सी की समस्या थी. वे हमेशा व्हील चेयर पर रहते थे. साल 2022 में 26 साल की उम्र में उनके बेटे की मौत हो गई थी. नडेला ने ईमेल से इस बीमारी की जानकारी को साझा किया था.
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