आपकी सेहत से सीधा कनेक्शन है Metabolism का, लेकिन ये होता क्या है, आपको पता है?
कहा जाता है कि शरीर का मेटाबॉलिज्म अगर गड़बड़ा जाए तो सेहत को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. इस भारी-भरकम का इस्तेमाल पिछले कुछ समय से काफी तेजी से बढ़ा है, लेकिन अगर ये पूछा जाए कि मेटाबॉलिज्म होता क्या है, तो अच्छे-अच्छे इस बात का जवाब शायद न दे पाएं. आइए बताते हैं-
कई बार आपने हेल्थ एक्सपर्ट के मुंह से मेटाबॉलिज्म शब्द को सुना होगा. कहा जाता है कि शरीर का मेटाबॉलिज्म अगर गड़बड़ा जाए तो सेहत को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. इसके कारण कई तरह की समस्याएं होने लगती है. इस भारी-भरकम का इस्तेमाल पिछले कुछ समय से काफी तेजी से बढ़ा है, लेकिन अगर ये पूछा जाए कि मेटाबॉलिज्म होता क्या है, तो अच्छे-अच्छे इस बात का जवाब शायद न दे पाएं. मेटाबॉलिज्म को हिंदी में चयापचय कहा जाता है. हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में ये शब्द इतना कठिन मालूम पड़ता है कि इसका मतलब समझना मुश्किल हो जाता है. आइए बताते हैं कि आखिरी शरीर में मेटाबॉलिज्म का काम क्या होता हैऔर शरीर के लिए बेहतर मेटाबॉलिज्म क्यों जरूरी है?
क्या होता है मेटाबॉलिज्म और शरीर में इसका क्या है काम
आसान से शब्दों में समझें तो आप जो भी भोजन करते हैं, उस भोजन को एनर्जी के रूप में बदलने, नई कोशिकाओं के निर्माण करने और पुराने को सुरक्षित बनाए रखने की प्रक्रिया को मेटाबॉलिज्म कहा जाता है. मेटाबॉलिज्म दो प्रक्रियाओं का कॉम्बिनेशन होता है. पहली प्रक्रिया केटाबॉलिज्म यानी अपचय (Catabolism)- इसमें भोजन के जरिए शरीर को मिले पोषक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट वगैरह को एनर्जी में बदला जाता है.
दूसरी प्रक्रिया है एनाबॉलिज्म यानी उपचय (Anabolism) - एनाबॉलिज्म की प्रक्रिया में आपके भोजन से मिली एनर्जी शरीर की नई कोशिकाओं के निर्माण और पुराने को बनाए रखने में खर्च होती है. मेटाबॉलिज्म वो प्रक्रिया है जो शरीर में 24 घंटे चलती रहती है. हमारे शरीर में मेटाबॉलिज्म रेट जितना बेहतर होगा, शरीर को उतनी एनर्जी मिलेगी और हम किसी भी काम को उतने ही बेहतर तरीके से कर पाएंगे.
वजन घटाने में कैसे मददगार है मेटाबॉलिज्म
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आज के समय में हाई बीपी, डायबिटीज, थायरॉयड, हार्ट डिजीज जैसी तमाम बीमारियों के लिए मोटापे को बड़ा कारण माना जाता है. शरीर के मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करके आप मोटापे को कंट्रोल रख सकते हैं. अगर आपका मेटाबॉलिज्म रेट हाई होता है तो आपका भोजन तेजी से एनर्जी में बदलता है और कैलोरीज तेजी से बर्न होती हैं. इसके कारण आपके शरीर में चर्बी जमा नहीं होती. ऐसे में आपका वजन कंट्रोल रहता है.
कैसे बूस्ट करें मेटाबॉलिज्म
- खाने में हरी सब्जियों और फलों को शामिल करें. इससे आपको मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ाने में मदद मिलेगी.
- डाइट में प्रोटीन को शामिल करें. प्रोटीन के लिए आप अंडे, दूध, दही, सोयाबीन, पनीर, मूंग आदि चीजों को डाइट में शामिल करें.
- कम से कम रोजाना 30 मिनट Workout जरूर करें. इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है.
- शरीर को हाइड्रेट रखें. पानी की कमी शरीर में न होने दें. इसके अलावा छाछ, शिकंजी, नींबू पानी, नारियल पानी, जूस आदि लिक्विड डाइट लें.
- आयरन की कमी से आपकी मांसपेशियों में ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है, जिसकी वजह से मेटाबॉलिक रेट पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए अपनी डाइट में आयरनयुक्त चीजों को शामिल करें.
03:43 PM IST