जींस तो हर कोई पहनता है, लेकिन आपने कभी यह गौर किया कि दाहिने तरफ की पॉकेट के ऊपर एक छोटी सी पॉकेट बनी होती है? इसका इस्तेमाल कोई नहीं करता है, इसके बावजूद हर जींस में इसका स्थान सुरक्षित होता है. ज्यादातर लोग इस पॉकेट की तरफ ध्यान भी नहीं देते हैं, लेकिन कुछ लोग सिक्कों को रखने के लिए कभी-कभी इसका इस्तेमाल कर लेते हैं. वैसे इस पॉकेट के साथ एक बहुत ही दिलचस्प घटना जुड़ी हुई है. साल 2001 में जब स्टीव जॉब्स ने पहली बार दुनिया के सामने iPod को लॉन्च किया था तब उन्होंने कहा था कि आजतक मुझे इस छोटी पॉकेट का इस्तेमाल समझ नहीं आ रहा था, लेकिन अब इसमें आईपॉड रख सकते हैं.

मजदूरों के लिए जींस बनाई गई थी

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खैर, इस घटना से इतर बात इस छोटी वाली पॉकेट की करते हैं. जींस का कल्चर अमेरिका से पूरी दुनिया में फैला है. कहा जाता है कि जींस का जब आविष्कार किया गया था तो इसे मजदूरों को ध्यान में रखकर किया गया था. अन्य कपड़ों के मुकाबले जींस जल्दी गंदा नहीं होता है. ऐसे में मजदूरों के लिए स्पेशली इसे डिजाइन किया गया था, ताकि उन्हें ज्यादा कपड़े धोने की टेंशन ना रहे. आज की तारीख में यह फैशन स्टेटमेंट बन चुका है.

मजदूरों की जरूरत के आधार पर तैयार की गई डिजाइन

चूंकि जींस का आविष्कार मजदूरों के लिए किया गया था, इसलिए इसकी डिजाइन में उनकी सारी जरूरतों को शामिल किया गया. ऐसा कहा जाता है कि मजदूरों को घड़ी रखने में दिक्कत ना हो इसलिए, दाहिने तरफ छोटी पॉकेट बनाई गई थी. 18वीं सदी में चेन वाली घड़ियों का प्रचलन था. उसकी डिजाइन के हिसाब से ही इस पॉकेट को बनाया गया था, ताकि चेन वाली घड़ी उसमें आसानी से रखी जा सके.

लिवाइस ने इस पॉकेट की शुरुआत की थी

इस डिजाइन की शुरुआत उस समय जींस बनाने वाली कंपनी लेवी स्ट्रॉस ने की थी. आज की तारीख में यह Levis बन चुका है जो एक इंटरनेशनल जींस ब्रांड है. दाहिने तरफ वाली छोटी पॉकेट को वॉच पॉकेट के नाम से जाना जाता है. बहुत कम लोगों को यह नाम भी मालूम होगा. धीरे-धीरे चेन वाली घड़ी का प्रचलन खत्म हुआ, जिसके कारण इस पॉकेट का इस्तेमाल भी बंद हो गया. हालांकि, इस छोटी पॉकेट का प्रचलन जारी है जो पिछले 200 सालों से अधिक से चला आ रहा है. बदलते वक्त में इसका नाम फ्रंटियर पॉकेज, कंडोम पॉकेट, कॉइन पॉकेट, मैच पॉकेट और टिकट पॉकेट पड़ा. ये नाम जरूरत के हिसाब से चुने गए हैं.