16 डिग्री से नीचे और 30 डिग्री ऊपर क्यों नहीं जाता AC, ज्यादातर लोगों को नहीं पता होगा इसका जवाब
भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग पूरे दिन के लिए एसी का सहारा ले रहे हैं. आप भी एसी चलाते है तो आपने नोटिस किया होगा कि इसका तापमान 16 डिग्री से नीचे नहीं जाता है और 30 डिग्री से ऊपर नहीं जाता है. लेकिन ऐसा क्यों होता है, क्या ये आप जानते हैं?
इन दिनों उत्तर भारत में गर्मी अपने चरम पर है. राजस्थान की कुछ जगहों पर तो पारा 49 डिग्री तक जा चुका है. पंखे-कूलर तो फेल ही हैं, AC का भी दम फूल रहा है. भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग पूरे दिन के लिए एसी का सहारा ले रहे हैं. आप भी अपने घर पर अगर AC का इस्तेमाल करते हैं तो आपने देखा होगा कि इसका तापमान 16 डिग्री से नीचे नहीं जाता है और 30 डिग्री से ऊपर नहीं जाता है. लेकिन एयर कंडीशनर का टेम्प्रेचर 16 से 30 डिग्री तक ही क्यों होता है, क्या ये आप जानते हैं? ज्यादातर लोगों को इसकी वजह नहीं पता होगी. आइए आपको बताते हैं-
जान लीजिए वजह
दरअसल, एसी में इवैपोरेटर लगता है. ये एसी में लगने वाला एक खास उपकरण होता है इसे कूलिंग कॉइल्स भी कहते हैं. इवैपोरेटर रूम की गर्म हवा को खींचकर उसे ठंडा करता है. तभी आपके एसी की ठंडी हवा आपके रूम को ठंडा कर पाती है. अगर एसी को 16 डिग्री से कम कर दिया जाए तो इवैपोरेटर पर बर्फ जम सकती है और ये खराब हो सकता है. इसलिए इसके न्यूनतम तापमान को 16 डिग्री तक रखा गया है. वहीं एसी के तापमान के 30 डिग्री से ज्यादा न पहुंचने की बात करें तो इसकी वजह है कि एयर कंडीशनर ठंडी हवा के लिए बनाया गया है. 30 डिग्री के ऊपर जाने पर ये ठंडक नहीं देगा
एसी चलाते समय इन बातों का रखें खयाल
ट्रेम्प्रेचर का रखें विशेष खयाल
BEE यानी ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी के मुताबिक, ह्यूमन बॉडी के लिए आदर्श टेम्परेचर 24 डिग्री सेल्सियस है. अगर आप इस तापमान पर एसी चलाएंगे तो आपका बिल भी कम आएगा और आपकी सेहत के लिए भी ये ठीक होगा. तमाम लोग गर्मियों में एसी को 16 डिग्री के आसपास चलाते हैं, लेकिन आपको बता दें कि आप एसी के तापमान को जितना ज्यादा कम रखते हैं, कंप्रेसर उतनी ही तेजी से काम करता है और आपके बिजली का बिल भी उतना तेजी से बढ़ता है. आप चाहें तो तापमान बढ़ाकर हर डिग्री पर बिजली को बचा सकते हैं.
पावर स्विच ऑफ करें
अगर आप एसी वाले कमरे में लंबा समय बिता रहे हैं, तो आप एसी को कुछ घंटों के लिए चालू रखें और जब कमरा ठंडा हो जाए तो एसी को बंद कर दें. ज्यादातर लोग एसी को रिमोट से तो ऑफ कर देते हैं, लेकिन पावर बंद करें. जरूरत पड़ने पर फिर से चला लें. ऐसा करके भी आप अपने बिल को नियंत्रित कर सकते हैं.
टाइमर का इस्तेमाल करें
कई बार रात में एसी चलाने के बाद कमरा इतना ठंडा हो जाता है कि हमें चादर वगैरह ओढ़ने की जरूरत पड़ जाती है और एसी भी पूरी रात चलता रहता है और इससे आपका बिल भी बढ़ता है. इसलिए एसी चलाते समय आप टाइमर का इस्तेमाल करें. इससे एक निश्चित समय के बाद आपका एसी खुद ही बंद हो जाएगा.आपकी नींद भी खराब नहीं होगी और आपके बिल की भी बचत होगी.
सर्विस का रखें खयाल
एसी को शुरू कराने से पहले ही उसकी सर्विस करा लें. इसके अलावा बीच में जब भी जरूरत महसूस हो, सर्विस जरूर कराएं. कई बार एसी की सर्विस न हो पाने से वो ठीक से कूलिंग नहीं करता. ऐसे में आपको एसी कम टेम्प्रेचर पर और ज्यादा देर तक चलाना होता है. इसके कारण भी बिल बढ़ता है.
जरूरत के हिसाब से एसी लगवाएं
एसी को कमरे के हिसाब से ही लगवाएं मतलब अगर आपके कमरे में 1 टन के एसी से काम चलता है, तो वही लगवाएं. 1.5 टन या इससे ज्यादा न लगवाएं. आपका एसी जितने ज्यादा टन का होगा उतना ही बिजली खींचेगा. इसके अलावा एसी चलाते समय कमरे के खिड़की दरवाजे बिल्कुल बंद रखें, ताकि कमरा जल्दी ठंडा हो.