बन गई ऐसी डिवाइस जो कराएगी मौत से कुछ क्षण पहले का अनुभव, लोग करीब से देख सकेंगे जिंदगी के अंतिम पल
ऑस्ट्रेलिया के आर्टिस्ट शॉन ग्लैडवेल की बनाई ये डिवाइस 'पासिंग इलेक्ट्रिकल स्टॉर्म्स' का हिस्सा है. ये डिवाइस लोगों को महसूस कराती है कि जैसे वो जिंदगी के आखिरी क्षणों में हैं और उनके प्राण शरीर से निकल रहे हैं.
मौत की कल्पना भी इंसान को अंदर से झकझोर देती है तो जरा सोचिए कि जब मौत के क्षण करीब आते होंगे तो इंसान को कैसा लगता होगा? कितना खौफनाक होता होगा वो पल, जब इंसान अपनी जिंदगी को खत्म होते हुए बहुत करीब से देखता होगा और खुद को उस क्षण में एकदम बेबस महसूस करता होगा. वैसे तो इस क्षण का अहसास उसी समय हो सकता है, जब आप खुद उस क्षण में हों. लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि आप जीवित रहते हुए भी अपनी जिंदगी के आखिरी पलों को बेहद करीब से देख सकते हैं, तो क्या आप यकीन करेंगे? जाहिर सी बात है कि नहीं करेंगे..
लेकिन हम आपसे कह रहे हैं कि आप जीवित रहते हुए भी मृत्यु से कुछ क्षण पहले की स्थिति को महसूस कर सकते हैं और ये संभव होगा वर्चुअल रिएलिटी सिम्युलेशन (Virtual Reality Simulation) डिवाइस से. इस डिवाइस को शॉन ग्लैडवेल (Shaun Gladwell) ने बनाया है. इस डिवाइस के जरिए जिंदा लोग भी ये महसूस कर सकते हैं कि मौत से पहले के कुछ क्षणों में इंसान को कैसा लगता है.
'पासिंग इलेक्ट्रिकल स्टॉर्म्स' का हिस्सा है ये डिवाइस
ऑस्ट्रेलिया के आर्टिस्ट शॉन ग्लैडवेल की बनाई ये डिवाइस 'पासिंग इलेक्ट्रिकल स्टॉर्म्स' का हिस्सा है. ये लोगों को फील कराती है कि जैसे वे मर रहे हैं. इस डिवाइस के जरिए लोगों को हार्ट अटैक से लेकर ब्रेन स्ट्रोक से होने वाली मौतों का अनुभव होता है. लोग ये महसूस कर सकते हैं कि कैसे वे खुद से दूर जा रहे हैं और उसके बाद एक बहुत विशाल ब्रह्मांड में तैर रहे हैं.
कैसा महसूस होता है?
ऐसे में इंसान ये महसूस कर पाता है कि मरना या मौत के करीब होना कैसा लगता है. इस डिवाइस के जरिए हुए अनुभव को एक टिकटॉक यूजर ने शेयर किया है. यूजर के मुताबिक वर्चुअल सिम्युलेशन से गुजरने वालों को एक बेड पर लेटाया जाता है और Virtual Reality Simulators को सिर में फंसा दिया जाता है. बेड के पास एक बड़ा सा कंप्यूटर लगा होता है जो किसी अस्पताल के मॉनिटर की तरह दिखता है. इसके बाद आपको ऐसा महसूस होता है कि जैसे आपको हार्टअटैक आया हो.
अपने अनुभव को साझा करते हुए यूजर बताता है कि आप बेड पर लेटते हैं और बेड में अजीब सा कंपन होता है. आप देखते हैं कि आप फ्लैटलाइन हो जाते हैं. डॉक्टर आपके नजदीक आते हैं और आपको दोबारा जीवित करने की कोशिश करते हैं और वे कुछ नहीं कर पाते. इसके बाद आप कभी अपने अतीत में होते हैं तो कभी ब्रह्मांड में, और ये चलता रहता है. इस दौरान लोग कभी भी हाथ उठाकर सिम्लुलेशन को बीच में रुकवा सकते हैं.
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