विदेश में कम समय के लिए छुट्टियों पर जाने की योजना बना रहे भारतीयों के लिए दक्षिण-पूर्व एशियाई देश पसंदीदा गंतव्य बनकर उभरे हैं, जबकि लंबी छुट्टियां बिताने वाले अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया जाना चाहते हैं. ‘ओयो ग्लोबल समर वेकेशन ट्रैवलोपीडिया’ 2024 (OYO Global Summer Vacations Travelopedia 2024) के अनुसार, दक्षिण-पूर्व एशिया पांच से सात दिन की कम दिन की छुट्टियों के लिए भारतीय पर्यटकों की शीर्ष पसंद बनकर उभरा है, जहां लोग वीजा छूट के बाद लंबे वीकेंड और छुट्टियों के लिए अधिक जा रहे हैं. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सर्वेक्षण में करीब 4,000 लोगों की राय ली गई. ओयो के अनुसार, सर्वेक्षण में शामिल 38 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने बाली को चुना जिससे यह शीर्ष गंतव्य के रूप में उभरा. इसके बाद सूची में पटाया, बैंकॉक और दुबई रहे. इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई गंतव्य वीजा मानदंडों में ढील के बाद पसंदीदा देशों के रूप में उभरे हैं. यूरोप और अमेरिका लंबी दूरी के गंतव्यों के लिए शीर्ष विकल्प के रूप में उभरे हैं, जहां भारतीय पर्यटक 10 से 15 दिन (करीब दो सप्ताह) या उससे भी अधिक समय तक रुकते हैं. 

ओयो के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रितेश अग्रवाल ने कहा, ‘‘ बेहतर हवाई संपर्क, वीजा सुविधा और यात्रा विकल्पों की विस्तृत श्रृंखला से भारतीय यात्रियों का दक्षिण-पूर्व एशिया की यात्रा करना पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक हो गया है. इस क्षेत्र में प्रीमियम संपत्तियों की संख्या बढ़ाने के हमारे जारी कार्यक्रम से भारतीय पर्यटकों को सभी लोकप्रिय अवकाश स्थलों पर ठहरने के कई विकल्प मिलेंगे.’’ 

ट्रैवलोपीडिया-2024 वार्षिक रिपोर्ट गर्मियों की छुट्टियों में विदेश जाने की योजना बना रहे भारतीय पर्यटकों के बीच यात्रा संबंधी प्राथमिकताओं तथा रुझानों को दर्शाती है. यह रिपोर्ट 15 अप्रैल से 30 मई, 2024 तक भारत में कंपनी द्वारा किए गए सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करती है. मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे कई दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों ने हाल ही में भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा मानदंडों में ढील देने की घोषणा की है, जिससे इस क्षेत्र के कुछ सबसे लोकप्रिय स्थलों तक पहुंच आसान हो जाएगी. 

दुबई ने भारत और खाड़ी क्षेत्र के बीच यात्रा को आसान बनाने के लिए पांच वर्षीय बहु-प्रवेश वीजा की शुरुआत की है. सर्वेक्षण के अनुसार, ‘वर्क फ्रोम होम’ या ऑनलाइन काम करने की सुविधा व चलन से भारतीयों में घूमने-फिरने की प्रवृत्ति बढ़ी है. इंडोनेशिया और मलेशिया में रहने की किफायती लागत, विश्वसनीय इंटरनेट संपर्क और खूबसूरत स्थान ऐसे लोगों को आकर्षित कर रहे हैं, जो गर्मियों के मौसम में काम और यात्रा एक साथ करना चाहते हैं.