यमुनोत्री के बाद अब गंगोत्री धाम पर प्रशासन ने जारी की चेतावनी, जानिए क्या है एक दिन की क्षमता
Uttarakhand Chardham Yatra: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. ऐसे में उत्तराखंड प्रशासन ने गंगोत्री धाम के लिए चेतावनी जारी की है.
Uttarakhand Chardham Yatra: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। 10 मई को गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले दिए गए हैं, जिसके बाद यहां पिछले तीन दिनों से हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आ चुके हैं. चारधाम यात्रा का दूसरा पड़ाव गंगोत्री है, जहां मां गंगा की पूजा होती है. अब गंगोत्री धाम में भी सोमवार को क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद पर्यटकों को रास्ते में ही रोक दिया गया.
केवल इन गाड़ियों को भेजा गया गंगोत्रई धाम, एक दिन क्षमता 11 हजार पर्यटक
यमुनोत्री धाम के बाद अब गंगोत्री धाम में भी श्रद्धालुओं की संख्या 11 हजार हो गई है. सिर्फ उन गाड़ियों को ही आगे गंगोत्री धाम में दर्शन के लिए भेजा जाएगा, जो गंगनानी और हर्षिल घाटी के पास हैं. वहीं, तेलखा से आगे पर्यटकों की गाड़ी को रोक दिया गया है. प्रशासन का कहना है कि गंगोत्री धाम में एक दिन में श्रद्धालुओं की जो क्षमता है, वो 11,000 है. दोपहर के बाद प्रशासन ने गंगोत्री धाम में तेलखा से आने वाले पर्यटकों को रोक दिया.
25.30 लाख यात्रियों ने कराया चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन
उत्तरकाशी के एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि जनपद मुख्यालय से सिर्फ दो किलोमीटर दूर तेलखा पर गंगोत्री धाम के पर्यटकों को आगे आने से रोक दिया गया है. जिन श्रद्धालुओं की गाड़ी गंगनानी और हर्षिल घाटी के पास है, आज सिर्फ उन्हीं को आगे गंगोत्री धाम भेजा जाएगा. उत्तराखंड के पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि रविवार शाम 7 बजे तक 25.30 लाख तीर्थयात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराए जा चुके हैं.
15 अप्रैल से शुरू हो गई थी चारधाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
पर्यटन सचिव ने बताया कि रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू हुई. तीर्थ यात्रियों को हर संभव सुविधा मुहैया कराने के लिए यात्रा से जुड़े सभी विभाग मुस्तैदी से काम कर रहे हैं। शासन की ओर से जारी दिशा-निर्देश को सभी अधिकारी गंभीरता से पालन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि फर्जी वेबसाइट के जरिए ठग लोगों से ठगी भी कर रहे हैं। इन सभी फर्जी वेबसाइट पर एसटीएफ और साइबर सेल की नजर है, इन्हें बंद कराया जा रहा है.