डल झील और जबरवन पहाड़ियों के बीच स्थित ‘इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन’ अगले हफ्ते से पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार है क्योंकि एशिया के इस सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में रंग-बिरंगे फूल खिल चुके हैं. ट्यूलिप गार्डन के प्रभारी इनाम-उल-रहमान ने कहा, ‘‘ट्यूलिप गार्डन को पर्यटकों के लिए खोलने से पहले हम बागवानी, इंजीनियरिंग, फंगीसाइड ट्रीटमेंट, पोषक तत्व छिड़काव जैसी छोटी-मोटी तैयारियां करते हैं जो अभी भी चल रही है.’’ पूरे देश में लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका ये गार्डन 19 मार्च को आम लोगों के लिए खोला जाएगा. इसे सिराज बाग के नाम से भी जाना जाता है. यहां विविध रंगों के 15 लाख ट्यूलिप के अलावा गुलाबी तुरसावा, डैफोडिल, मस्कारा और सिकलेमेन जैसे अन्य वसंती फूल लोगों का चित्त हरेंगे.

देखने लायक होता है जबरवन पहाड़ियों की तलहटी में बसा ये उद्यान

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रहमान ने कहा, ‘‘हर साल हम इस गार्डन का विस्तार करते हैं और नई-नई किस्में यहां हैं. इस साल हमने फाउंटेन चैनल का विस्तार किया है. इसे दुनियाभर में बागवानी पेशेवर अंदाज में एक मिसाल कायम करना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि इस साल पीले, लाल, गहरे लाल, बैंगनी, सफेद एवं अन्य रंगों के ट्यूलिप सतरंगी नजारा पेश करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘जबरवन पहाड़ियों की तलहटी में बसा ये उद्यान एक अद्भुत नजारा पेश करता है. यही कारण है कि लोग इसे पसंद करते हैं.’’

इस सीजन बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद

गार्डन के सुपरवाइजर मुश्ताक अहमद मीर ने कहा कि ट्यूलिप गार्डन में तैयारी जोरशोर से चल रही है और अगले रविवार से इसके खुल जाने की संभावना है. उन्होंने इस सीजन में बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘दिन-रात काम चल रहा है. कश्मीर के बाहर से इस गार्डन के खुलने के बारे में ढेरों सवाल हमारे पास आ रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल बहुत अच्छा सीजन रहा था, क्योंकि दो लाख पर्यटक आये थे. हमें आशा है कि यह साल और बेहतर रहेगा.’’

भाषा इनपुट्स के साथ