Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन आज से शुरू, जानें कितना लगेगा शुल्क, क्या है प्रोसेस
Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा इस साल 1 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक चलेगी. आज से इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुकी है. आइए जानते हैं इसका पूरा प्रोसेस.
Amarnath Yatra 2023: पवित्र अमरनाथ मंदिर की सालाना यात्रा इस साल 1 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगी. दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन के लिए यह तीर्थ यात्रा प्रत्येक वर्ष आयोजित होती है. अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से शुरू हो चुका है. इस बार एक जुलाई से 30 अगस्त (रक्षाबंधन) तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) के लिए जम्मू-कश्मीर की 20 बैंक शाखाओं में सोमवार से ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इसके लिए देश भर में चार बैंकों की 542 शाखाओं में पंजीकरण करवाया जाएगा.
रजिस्ट्रेनशन के नियम
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने बताया कि 13 साल से लेकर 70 साल तक के लोग इस यात्रा के लिए खुद को रजिस्टर करा सकते है. 6 हफ्ते या उससे ज्यादा दिन की गर्भवती महिलाओं को अमरनाथ यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं होगी. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए श्रद्धालु https://jksasb.nic.in पर विजिट कर सकते हैं. यात्रा से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी के लिए आप टोल फ्री नंबर 18001807198/18001807199 पर संपर्क कर सकते हैं.
कैसे करें रजिस्ट्रेशन
जम्मू जिला में सबसे अधिक छह बैंक शाखाएं चिन्हित की गई हैं. इसके अलावा डोडा में 2, कठुआ में 2, राजोरी, पुंछ, रामबन में 1.1, रियासी में 2, श्रीनगर, उधमपुर में 1.1, सांबा में 2 और रामबन में 1 बैंक शाखा में यात्री पंजीकरण होगा. इसके लिए श्राइन बोर्ड के वेबसाइट से डाउनलोड किए गए फार्म पर तीन फोटो के अलावा 16 अप्रैल के बाद जारी किया गया स्वास्थ्य प्रमाणपत्र संलग्न करना होगा.
आरती का होगा सीधा प्रसारण
इस वर्ष पहली बार अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) 62 दिनों तक चलेगी. अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र गुफा में सुबह और शाम के समय होने वाली आरती का सीधा प्रसारण किया जाएगा. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्ग पर विभिन्न शिविरों में सुविधाओं के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. शिविरों में सुविधाओं और पौनी व पालकी वालों की सेवाओं के लिए भी प्रक्रिया शुरू हो गई है. यात्रा के पहलगाम व बालटाल दोनों मार्गों पर शिविर तैयार करने, मरम्मत कार्य व अन्य ढांचागत सुविधाओं के लिए टेंडर निकाले गए हैं. नीलग्रथ हेलीपैड के पास कैफेटेरिया के लिए भी टेंडर मांगे गए हैं.
पहलगाम मार्ग पर विभिन्न जगहों में वाटर स्टोरेज टैंक की मरम्मत व वाटर प्यूरीफायर की सेवा के लिए भी टेंडर मांगे गए हैं. शेषनाग कैंप में मरम्मत कार्य, नुनवान शिविर में टायलेट आसपास क्षेत्रों में सफाई, नुनवान कैंप में विभिन्न जगहों पर नए नालियों के निर्माण, चंदनवाड़ी शेषनाग और चंदनवाड़ी से यात्रा मार्ग पर साइन बोर्ड लगाने और बाद में हटाने के लिए और पवित्र गुफा के पास सीढ़ियों के शेड कार्य के लिए भी निविदा आमंत्रित किए गए है.
अमरनाथ यात्रा तीर्थों का तीर्थ
अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) हिन्दू धर्म का एक प्रमुख तीर्थस्थल है. यह भारत के जम्मू और कश्मीर प्रदेश की राजधानी श्रीनगर के उत्तर-पूर्व में 135 किमी दूर समुद्रतल से 13,600 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. इस गुफा की लंबाई (भीतर की ओर गहराई) 19 मीटर और चौड़ाई 16 मीटर है. गुफा 11 मीटर ऊंची है. अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है. अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है, क्योंकि यहीं पर भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था.
राजभवन में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 44वीं बैठक में तीर्थयात्रा का कार्यक्रम तय किया गया. उपराज्यपाल सिन्हा ने तीर्थयात्रा के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि प्रशासन सुचारू और निर्बाध तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा, "परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की सर्वोच्च प्राथमिकता है. प्रशासन आने वाले सभी श्रद्धालुओं और सेवा प्रदाताओं को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा. तीर्थ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) के सुचारू और निर्बाध संचालन के लिए आवास, बिजली, पानी, सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं में सभी संबंधित विभाग जुटे हुए हैं."
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