वनडे को पीछे छोड़ रहा है T20 फॉर्मेट, ICC का सबसे बड़ा इवेंट बन रहा T20 वर्ल्ड कप, सर्वे में हुआ खुलासा
T20 World Cup Final: टी20 विश्वकप का फाइनल भारत और साउथ अफ्रीका के बीच बारबडोस में खेला जाएगा. इस विश्वकप से टी20 फॉर्मेट की पॉपुलेरिटी में काफी इजाफा हुआ है. एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है. जानिए क्या कहता है सर्वे.
T20 World Cup Final: टी20 विश्व कप दुनिया भर के खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ‘सबसे महत्वपूर्ण’ आयोजन बनने की ओर अग्रसर है. खिलाड़ियों के बीच किये गये एक सर्वे में वनडे विश्व कप के मुकाबले टी20 विश्व कप को आईसीसी का सबसे अहम आयोजन करार देने वाले खिलाड़ियों की संख्या में इजाफा हुआ. ‘वर्ल्ड क्रिकेटर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूसीए)’ द्वारा किये गये एक सर्वे के अनुसार 85 प्रतिशत खिलाड़ियों ने 2019 में 50 ओवर के विश्व कप को सबसे महत्वपूर्ण माना है. जबकि 15 प्रतिशत ने टी20 विश्व कप को सबसे महत्वपूर्ण माना था. इस साल हालांकि इन आंकड़ों में बड़ा बदलाव हुआ है.
T20 World Cup Final: 35 फीसदी हुई टी20 विश्वकप पसंद करने वाले लोगों की संख्या
सर्वे के मुताबिक सिर्फ 50 प्रतिशत खिलाड़ियों ने ही वनडे विश्व कप को सबसे महत्वपूर्ण माना जबकि टी20 विश्व कप को पसंद करने वालों की संख्या 35 प्रतिशत तक पहुंच गयी. अमेरिका और वेस्टइंडीज की संयुक्त मेजबानी में मौजूदा टी20 विश्व कप का समापन शनिवार को बारबाडोस में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खिताबी मुकाबले के साथ होगा. ‘री-ब्रांडेड’ संस्था द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार 26 वर्ष से कम उम्र के खिलाड़ियों के लिए टी20 विश्व कप के प्रति झुकाव काफी बढ़ गया.
T20 World Cup Final: भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने नहीं लिया सर्वे में हिस्सा
सर्वे में भाग लेने वाले 49 प्रतिशत ऐसे खिलाड़ियों ने टी20 विश्व कप को सबसे महत्वपूर्ण आयोजन माना. कुल मिलाकर टी20 प्रारूप की लोकप्रियता में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. साल 2019 में 82 प्रतिशत खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट को सबसे महत्वपूर्ण प्रारूप के रूप में चुना था, अभी यह केवल 48 प्रतिशत है. इस सर्वे में लगभग 30 प्रतिशत खिलाड़ियों ने टी20 को सबसे महत्वपूर्ण प्रारूप के रूप में चुना. भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने इस सर्वे में भाग नहीं लिया क्योंकि वे संघबद्ध नहीं हैं.
ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज सहित अन्य प्रमुख क्रिकेट देशों के खिलाड़ियों से इस सर्वे में राय मांगी गयी थी. डब्ल्यूसीए के अनुसार इस साल के सर्वे में 13 देशों के लगभग 330 पेशेवर खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिनमें से अधिकांश वर्तमान टीम के सदस्य है. इस सर्वे में महिला खिलाड़ियों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया.