Zimbabwe vs Pakistan: जिम्बाब्वे से हार के बाद पाकिस्तान के वक्त, जज्बात और जिंदगी में आया जबरदस्त बदलाव! गुस्से से लाल हुए दिग्गज
ICC T20 World Cup 2022, Zimbabwe vs Pakistan: जिम्बाब्वे के हाथों शर्मनाक हार के बाद पूर्व क्रिकेटरों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों ने टीम की मानसिकता और खराब टीम सेलेक्शन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
ICC T20 World Cup 2022, Zimbabwe vs Pakistan: जिम्बाब्वे के हाथों शर्मनाक हार के बाद पूर्व क्रिकेटरों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों ने टीम की मानसिकता और खराब टीम सेलेक्शन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. बताते चलें कि टी20 विश्व कप शुरू होने से पहले पाकिस्तान को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. लेकिन, टीम को शुरुआती दो मैचों में ही बड़ा झटका लग गया. पाकिस्तान को पहले टीम इंडिया ने हराया और फिर गुरुवार को कमजोर टीम जिम्बाब्वे ने भी 1 रन से हराकर इतिहास रच दिया. आलम ये है कि बाबर आजम की जिस टीम को खिताब का दावेदार माना जा रहा था, अब उसके सामने सेमीफाइनल में पहुंचना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है.
शोएब अख्तर ने टीम सेलेक्शन पर खड़े किए सवाल
जिम्बाब्वे के खिलाफ पाकिस्तान की एक रन से हार के बाद टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा,‘‘ बेहद शर्मनाक और निराशाजनक. सच्चाई ये है कि जिम्बाब्वे जैसी टीम को हराने के लिए भी आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. हमारा सेलेक्शन बहुत साधारण रहा और हमारी मानसिकता औसत रही जिसके कारण पाकिस्तान क्रिकेट आज संकट में पड़ गया.’’
टीम सेलेक्शन पर बरसे जावेद मियांदाद
पाकिस्तान के पूर्व ओपनिंग बैट्समैन मोहसिन खान ने कहा,‘‘ क्या यही हमारी क्रिकेट है. हम जिम्बाब्वे जैसी कम रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ 130 रन भी नहीं बना सकते. अगर यही हमारी बल्लेबाजी है तो फिर खुदा हमारी क्रिकेट की मदद करे.’’ अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने भी टीम के चयन पर सवाल उठाए हैं. मियांदाद ने कहा,‘‘ जब आप अच्छे बल्लेबाजों को बाहर करके खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टीम में बनाए रखते हैं तो यही हाल होता है.’’
बाबर आजम को लेकर सलमान बट्ट ने दिया बड़ा बयान
पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज सलमान बट ने भी टीम के प्रदर्शन की आलोचना की और बाबर आजम की कप्तानी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा,‘‘ ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह से सक्षम नहीं थे. जब मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम नहीं चलते हैं तो हमारी मुश्किलें बढ़ जाती हैं. मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि ऐसे खिलाड़ी को कप्तान न बनाएं जो नेशनल टीम के लिए खेलते हुए कप्तानी के गुर सीखे. किसी भी खिलाड़ी को कप्तान तभी बनाना चाहिए जब आपको लगे कि उसके पास अन्य खिलाड़ियों के मुकाबले टीम लीड करने की बेहतर क्षमता है.’’
भाषा इनपुट्स के साथ