Chandrayaan 3 की लैंडिंग से पहले रूस का लूनर मिशन फेल, चांद की सतह पर क्रैश हुआ Luna 25
Russia Lunar Mission Luna 25 Failed: रूस का लूनर मिशन लूना 25 फेल हो गया है. लूना 25 चांद की सतह पर क्रैश कर गया है. गौरतलब है कि चंद्रयान 3 और लूना 25 ने एक ही दिन उड़ान भरी थी.
Russia Lunar Mission Luna 25 Failed: रूस का चंद्रमा मिशन लूना 25 मिशन फेल हो गया है. Chandrayaan 3 के साथ-साथ रूस का लूना 25 मिशन ने भी चांद की सतह पर पहुंचने के लिए उड़ान भरी थी. दोनों ही चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गए थे. अब रूस के लिए एक बुरी खबर आ गई. रूस का पहला चंद्रमा मिशन लूना 25 प्री लैंडिंग कक्षा में प्रवेश करने की कोशिश में फेल हो गया है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक ये चांद की सतह पर क्रैश कर गया है. गौरतलब है कि लूना 25 को रूस ने 10 अगस्त 2023 को लॉन्च किया था.
Russia Lunar Mission Luna 25 Failed: नहीं दी थी प्री लैंडिंग की अनुमति
रूस की स्पेस एजेंसी रॉस्कोमॉस ने शनिवार शाम असमान्य स्थिति की जानकारी दी थी. स्पेस एजेंसी के मुताबिक लूना 25 के चांद की कक्षा में पूर्व लैंडिंग के दौरान कुछ तकनीकी खामियां आई थी. इस कारण से प्री लैंडिंग का प्रयास असफल रहा है. रोस्कोमॉस के एक टेलिग्राम पोस्ट के मुताबिक प्री लैंडिंग के दौरान, स्वचलित स्टेशन पर एक असमान्य सी परिस्थिति शुरू हुई. इसने पहले से निदेशित मापदंडों के साथ प्री लैंडिंग की अनुमति नहीं दी है.
Russia Luna 25 Mission Failed: बोगुस्लावस्की क्रेटर के पास करना था लैंड
21 अगस्त को लूना 25 मिशन को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास की उम्मीद थी. लूना 25 को चंद्रमा के बोगुस्लावस्की क्रेटर के पास लैंड करना है. ये क्रेटर चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर स्थित है. गौरतलब है कि जून में रोस्कोमॉस के अध्यक्ष यूरी बॉरिसॉव ने राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन को बताया था कि मिशन के सफल होने का केवल 70 फीसदी अनुमान है. इससे पहले रूस ने लूना 25 लैंडर को चांद की कक्षा में स्थापित किया था. ये रूस के स्पेस इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुआ था.
Luna 25 को चांद पर रहना था एक वर्ष
लूना 25 को चांद पर एक वर्ष रहना था. इस दौरान उसे सैंपल इकट्ठा करना था. साथ ही मिट्टी का आंकलन भी करना था. लैंडर पर कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं जिन्होंने पहले ही स्पेस से पृथ्वी और चांद की तस्वीरें भेजी थी. गौरतलब है कि रूस ने पश्चिमी देशों की मदद के बिना अपने लूनर मिशन को आगे बढ़ाने का फैसला किया था. यूक्रेन युद्ध के बाद यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने घोषणा की थी कि वह मॉस्को के साथ कोई भी संयुक्त मिशन में हिस्सा नहीं लेगी.