Ranveer Singh अपने कूल और बिंदास नेचर के चलते लोगों के दिलों पर राज करते हैं. आज वो इंडस्‍ट्री के हाईएस्ट पेड एक्टर्स की लिस्ट में शामिल हैं. रणवीर के लिए ये मंजिल आसान नहीं रही. उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था जब उनकी एक्‍टर बन पाने की सारी उम्‍मीदें खत्‍म सी होने लगी थीं और वो विज्ञापनों के लिए कंटेंट लिखने का काम करने लगे थे. एक्‍टर बनने के लिए उन्‍होंने काफी संघर्ष किया. तमाम मौकों पर वो अपने संघर्ष के किस्‍से भी लोगों को सुनाते रहे हैं. 

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तमाम लोगों को लगता है कि रणवीर सिंह आउटसाइडर हैं यानी वो इंडस्‍ट्री से ताल्‍लुक नहीं रखते हैं, इसलिए उन्‍हें इतना स्‍ट्रगल करना पड़ा. लेकिन ऐसा नहीं है. रणवीर कपूर 50 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस के पोते हैं. इसके अलावा अनिल कपूर से भी उनका पुराना नाता है. आज अपना 38वां जन्‍मदिन (Ranveer Singh 38th Birthday) मना रहे हैं. आइए इस मौके पर आपको बताते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी अनकही बातें.

रणवीर की दादी जानी-मानी अभिनेत्री थीं

फिल्‍म बूट पॉलिश का एक गाना आपने खूब सुना होगा- नन्‍हें-मुन्‍ने बच्‍चे तेरी मुट्ठी में क्‍या है, इस फिल्‍म में विलेन का किरदार निभाने वाली चांद बर्क रणवीर सिंह की दादी थीं.  चांद बर्क 50 के दशक में हिंदी फिल्‍मों की जानी-मानी अभिनेत्री थीं. चांद बर्क और उनके पति बिजनेसमैन सुंदर सिंह भवनानी के बेटे जगजीत सिंह भवनानी के बेटे हैं रणवीर सिंह. उनका पूरा नाम है रणवीर सिंह भवनानी. उन्‍होंने अपने नाम के आगे से भवनानी हटा दिया है क्‍योंकि उन्‍हें इस सरनेम के साथ अपना नाम काफी बड़ा लगता था.

सोनम कपूर के कजिन

इतना ही नहीं, रणवीर सिंह का नाता फिल्‍म इंडस्‍ट्री के जाने माने एक्‍टर अनिल कपूर से भी है. रणवीर के दादा सुंदर सिंह की बहन ही सोनम कपूर की नानी हैं. इस रिश्‍ते से उनके परिवार का नाता अनिल कपूर के परिवार से भी है. सोनम कपूर रणवीर सिंह की कजिन हैं.

क्रिएटिव राइटिंग की तरफ किया रुख

रणवीर सिंह बचपन से ही एक्‍टर बनना चाहते थे. रणवीर सिंह फिल्मों में काम पाने के लिए अपनी फोटोज और वीडियोज डायरेक्टर्स को भेजा करते थे, लेकिन उन्‍हें सिर्फ छोटे-मोटे रोल मिला करते थे. एक बार रणवीर ने इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के दौरान एक किस्‍सा सुनाया था कि एक बार वो एक प्रोड्यूसर की प्राइवेट पार्टी में गए थे. वहां उनकी मुलाकात एक बड़े प्रोड्यूसर से हुई. उस प्रोड्यूसर ने उनके पीछे एक कुत्‍ता दौड़ा दिया था. इस घटना से रणवीर बहुत आहत हुए थे. उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा आ गया कि उन्‍हें लगने लगा कि वो एक्‍टर कभी नहीं बन सकते. ऐसे में उन्होंने क्रिएटिव राइटिंग की तरफ रुख कर लिया और बतौर एडवर्टाइजमेंट राइटर बनकर O&M एजेंसी के साथ काम करने लगे. 

जब भूमि पेडनेकर ने बढ़ाया हौसला

रणवीर सिंह जब आदित्य चोपड़ा की फिल्म बैंड बाजा बारात के लिए ऑडिशन देने के लिए गए तो वो काफी असहज थे. बार-बार मिले रिजेक्‍शन ने उनके कॉन्फिडेंस को हिला दिया था. उस समय यशराज प्रोडक्शन की कास्टिंग असिस्टेंट ने उनका हौसला बढ़वाया. उनके साथ डायलॉग्‍स की रिहर्सल भी की.  वो असिस्टेंट कोई और नहीं बल्कि भूमि पेडनेकर थीं. इसके बाद रणवीर ने जब फिल्‍म के लिए ऑडिशन दिया तो वो सभी इंप्रेस हो गए. इसके बाद एक्‍टर के तौर पर रणवीर का करियर शुरू हो गया और फिर कभी उन्‍होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.

 

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