Rakesh Jhunjhunwala Death Anniversary: दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला को 14 अगस्त 2024 को संसार से अलविदा हुए दो वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन उनके निवेश करने के तरीके को आज भी नए से लेकर सभी पुराने निवेशक फॉलो करते हैं. राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को सबसे ज्यादा रिटर्न टाइटन शेयर से मिला. इस शेयर में उन्होंने करीब अपने निवेश से 80 गुना से ज्यादा रिटर्न कमाया. झुनझुनवाला के दोस्त रहे रमेश दमानी ने एक मीडिया रिपोर्ट में बताया कि कैसे झुनझुनवाला ने पहली बार टाइटन के शेयर खरीदे और वो उनकी जिंदगी की सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली कंपनी बनी.

कैसे झुनझुनवाला ने खरीदा टाइटन के शेयर

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दमानी ने कहा कि 2003 में एक ब्रोकर ने झुनझुनवाला को बुलाया और कहा कि कोई अन्य निवेशक टाइटन के शेयर बेचना चाहता है और उसके पास 10 लाख शेयर हैं. अगर वह 10 लाख शेयर खरीदते हैं तो कीमत 40 रुपये है और अगर 30 लाख शेयर खरीदते हैं तो कीमत 38 रुपये हैं और अगर 50 लाख शेयर खरीदते हैं तो कीमत 36 रुपये है.

40 रुपये के भाव पर खरीदा टाइटन का स्टॉक

झुनझुनवाला को 40 रुपये के भाव पर 300 करोड़ रुपये मार्केट कैप के टाइटन एक बेहतरीन ब्रांड लगा. इस वजह से उन्होंने सबसे छोटा लॉट खरीद लिया. इसके बाद उन्होंने कंपनी को फॉलो करना शुरू कर दिया. दमानी ने आगे बताया कि अगले कुछ वर्षों तक झुनझुनवाला लगातार टाइटन के शेयरों को खरीदते रहे और एक समय पर उनकी हिस्सेदारी कंपनी में बढ़कर 5 प्रतिशत हो गई.

दमानी ने बताया कि लोगों को लगता है कि उन्होंने टाइटन के शेयर काफी स्टडी या कुछ अंदरूनी जानकारी के बाद खरीदे थे, लेकिन ऐसा सच नहीं है. उन्होंने टाइटन के शेयर इस वजह से खरीदे थे कि ब्रोकर के पास लॉट था और वह उनके पास पहले आया था.

1985 से कर रहे थे मार्केट में निवेश

राकेश झुनझुनवाला ने शेयर मार्केट में निवेश करना 1985 में 5,000 रुपये से शुरू किया था. अगस्त 2022 को मृत्यु के समय उनकी अनुमानित कुल संपत्ति 5.8 अरब डॉलर थी. झुनझुनवाला ने एक कार्यक्रम में शेयर बाजार के बारे में निवेशकों को कहा था कि बाजार किंग कोई नहीं होता, जो समझते थे, वे जेल जा चुके हैं.

आगे उन्होंने कहा था कि मौसम, मौत, मार्केट और महिला के बारे में कोई भी पूर्वानुमान नहीं लगा सकता है और न ही भविष्यवाणी कर सकता है. शेयर बाजार भी ऐसा ही है निवेशकों को धैर्य के साथ काम लेना जरूरी है.