National Technology Day 2023: देश के लिए फक्र का दिन, जब भारत पहली बार न्यूक्लियर क्लब में शामिल हुआ
National Technology Day History: हर साल 11 मई को भारत में नेशनल टेक्नोलॉजी डे के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन देश की आर्मी ने वो काम किया था, जिससे पूरी दुनिया में हलचल मच गई थी. हर कोई भारत की ताकत को देखकर हैरान था.
National Technology Day Interesting Facts: हर साल 11 मई को भारत में नेशनल टेक्नोलॉजी डे के तौर पर मनाया जाता है. ये दिन भारत के लिए फक्र का दिन है और देश की आर्मी की सफलता से जुड़ा हुआ है. इस दिन देश की आर्मी ने वो काम किया था, जिससे पूरी दुनिया में हलचल मच गई थी. हर कोई भारत की ताकत को देखकर हैरान था. खुद मिसाइल मैन यानी एरोस्पेस इंजीनियर डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम इसे लीड कर रहे थे. हम बात कर रहे हैं पोखरण-II के परीक्षण की. आइए आपको बताते हैं इस दिन से जुड़ी खास बातें.
भारत के दूसरे न्यूक्लियर टेस्ट की सफलता का दिन
आज से 25 साल पहले साल 1998 में इसी दिन देश की आर्मी विंग ने पोखरण-II के परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया था. इस न्यूक्लियर टेस्ट को राजस्थान के पोखरण टेस्ट रेंज से किया जा रहा था. ये भारत दूसरा न्यूक्लियर टेस्ट था. पोखरण-I भारत की पहला न्यूक्लियर टेस्ट था, जो साल 1974 में किया गया था और इसे स्माइलिंग बुद्धा के नाम से जाना जाता है.
सफलता के बाद न्यूक्लियर स्टेट घोषित हुआ था भारत
पोखरण-II कई मायनों में देश के लिए खास था. इसका नाम था ऑपरेशन शक्ति. इस ऑपरेशन को बहुत ही गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया था. भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन के जरिए एक साथ पांच परमाणु परीक्षण सफलतापूर्वक किए थे. खुद मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम इसे लीड कर रहे थे. पोखरण-II की बड़ी सफलता के बाद ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को एक न्यूक्लियर स्टेट घोषित कर दिया था.
जश्न के तौर पर सेलिब्रेट होता है दिन
भारत के हाथ लगी सफलता के जश्न के तौर पर हर साल 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस परीक्षण के ठीक 1 साल बाद यानी 1999 में काउंसिल फॉर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट द्वारा इस दिन को सेलिब्रेट किया गया था. इस दिन को मनाए जाने का ऐलान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था.
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