Nalanda University New Campus: एनडीए की सरकार बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी अब देश को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. पीएम मोदी का आज 19 जून, बुधवार को बिहार दौरा है. इस बीच पीएम 815 साल बाद नालंदा विश्‍वविद्यालय का उद्घाटन करने जा रहे हैं. प्राचीन नालंदा विश्‍वविद्यालय का निर्माण वर्ष 427 में सम्राट कुमार गुप्‍त ने कराया था. ये दुनियाभर में बौद्ध धर्म का सबसे बड़ा शिक्षा का केंद्र रहा है. यहां कभी देश-दुनिया के तमाम हिस्‍सों से लोग पढ़ने के लिए आते थे. करीब 10,000 छात्र इसमें पढ़ते थे, जिन्‍हें पढ़ाने के लिए करीब 1500 शिक्षक मौजूद थे.

यूनेस्‍को की विश्‍व धरोहर सूची में शामिल

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

साल 1193 में दिल्ली सल्तनत के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक के सेनापति मोहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने आग लगाकर इस विश्‍वविद्यालय को जला दिया था. इस यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में इतनी किताबें थीं कि 3 दिनों तक आग धधकती रही. आज ये नालंदा खंडहर के रूप में जाना जाता है और यूनेस्‍को की विश्‍व धरोहर सूची में शामिल है. 

पीएम मोदी का शेड्यूल

प्रधानमंत्री मोदी 19 जून को सुबह 9.45 बजे नालंदा के भग्नावशेष का दौरा करेंगे. इसके बाद सुबह 10.30 बजे प्रधानमंत्री बिहार के राजगीर में नालंदा विश्‍वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन करेंगे, जो 455 एकड़ में 1749 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है. इसके अलावा पीएम मोदी नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण करेंगे.

नालंदा विश्‍वविद्यालय कैम्पस की खासियत

नालंदा विश्‍वविद्यालय कैम्पस में 40 कक्षाओं वाले दो शैक्षणिक ब्लॉक हैं, जिनकी कुल बैठने की क्षमता लगभग 1900 है. इसमें 300 सीटों की क्षमता वाले दो सभागार हैं. इसमें लगभग 550 छात्रों की क्षमता वाला एक छात्र छात्रावास है. इसमें अंतरराष्ट्रीय केंद्र, 2000 व्यक्तियों तक की क्षमता वाला एम्फीथिएटर, फैकल्टी क्लब और खेल परिसर सहित कई अन्य सुविधाएं भी हैं. यह परिसर एक ‘नेट जीरो’ ग्रीन कैंपस है.

पीएम के साथ मौजूद रहेंगे 17 देशों के राजदूत

इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अरविंद पनगढ़िया भी मौजूद रहेंगे. साथ ही नालंदा विश्वविद्यालय के स्थापना में अहम योगदान देने वाले कुल 17 देशों के राजदूत भी शामिल होंगे. नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे कई देशों के छात्र-छात्राएं भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे.