एक दिन मैं अपने दोस्त के साथ रात में वॉक कर रही थी. वॉक करने के बाद हम पार्क में लगे बेंच पर बैठ गए. तब मैंने ये ध्यान दिया की बैठते ही मुझे कभी हाथ पर तो कभी पैर पर मच्छरों ने काट ना शुरू कर दिया है. और वहां मेरी दोस्त आराम से बैठी थी. उसको इतने मच्छर नहीं काट रहे थे जितने की मुझे काट रहे थे. और ये सिर्फ उस रात की बात नहीं थी, कई बार मेरे साथ ऐसा हुआ था. जहा मेरे साथ वाले लोगों को एक दो बार मच्छर ने काटा होगा. मुझे उसी जगह उनसे ज़्यादा मच्छर काट ते है. क्या आपको भी ऐसा लगता है ?

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यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ्लोरिडा में मेडिकल एंटोमोलोजी के प्रोफेसर जोनाथन डे ने मच्छरों पर एक रिसर्च की. उस रिसर्च में पता चला कि दो कारणों की वजह से कुछ लोगों को मच्छर दुसरो से ज़्यादा काट ते है. वो है साइट और स्मेल, यानी की नज़र और सुगंध. उन्होंने रिसर्च से ये भी बताया कि वैज्ञानिकों का मानना है कि इंसान को सिर्फ मादा मच्छर ही काटती है. क्योंकि मादा मच्छर को एग फर्टिलिटी के लिए ह्यूमन ब्लड की ज़रूरत पड़ती है.

जानते है मच्छरों की साइट यानी नज़र के बारे में 

जैसे जैसे शाम होती है. और उजाला कम होता है. मच्छरों की देखने की क्षमता काफी अच्छी हो जाती है. रात में मच्छरों को चीज़े ज़्यादा साफ़ दिखाई देने लगती हैं. मच्छर इंसानों को रंगो की मदद से ढूंढते है. जर्नल ऑफ़ एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी में छपी एक रिसर्च के अनुसार मच्छर गहरे रंगों की तरफ बहुत ज़्यादा आकर्षित होते हैं. अगर आपने गहरे रंग के कपड़े पहने हो, जैसे की ब्लैक, ब्राउन, नेवी ब्लू, तो मच्छर आपको काफी आसानी से ढूंढ सकते है. और फिर वो आपको दूसरों के मुकाबले ज़्यादा काटते है.

अब बात करते है मच्छरों की सूंघने के बारे में 

मच्छरों में एक खासियत होती है कि वो कार्बन डाइऑक्साइड को दूर से सूंघ सकते है. मादा मच्छर के पास इसके लिए एक स्पेशल ‘सेंसिंग ऑर्गन’ होता है. जिससे की वो कार्बन डाइऑक्साइड को पहचान लेती है. तो जैसे ही हम सांस छोड़ते हैं जिसमे की कार्बन डाइऑक्साइड होता है. मच्छर उस तरफ आकर्षित होते है. किसी के शरीर में ये गैस ज़्यादा बनती है तो किसी में कम. ये इंसान के मेटाबोलिक रेट पर निर्भर करता है. तो जो इंसान ये गैस ज़्यादा एक्सहेल करते है उनको मच्छर ज़्यादा काट ते है, और जो कम करते है, उन्हें कम. 

घर से बाहर खुद को मच्छरों से बचाने के लिए आप अपने पास मॉस्किटो रेपेलेंट स्प्रे या क्रीम रख सकते है. नीम का तेल भी लगाने से मच्छर पास नहीं आते है. कोशिश यही रहनी चाहिए की कपड़े हलके रंग के और फुल स्लीव्स के हों. और समय समय से पेस्ट कण्ट्रोल करवाते रहना चाहिए ताकि सिर्फ घर के बाहर ही नहीं, घर के अंदर भी आप मच्छरों से सुरक्षित रहें.