ये ‘अनमोल रतन’ खोलते हैं बंद किस्मत का ताला? जानिए रईस बनने के लिए किन रत्नों पर लोग करते हैं भरोसा
जब आपकी कुंडली में कोई ग्रह कमजोर स्थिति में होता है या जीवन पर अशुभ प्रभाव डालता है तो आपको रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. लेकिन रत्न काफी महंगे होते हैं, ऐसे में आप उनके उपरत्न पहन सकते हैं.
रत्न आपके जीवन पर काफी असर डालते हैं. ज्योतिष के मुताबिक रत्न का संबन्ध किसी न किसी ग्रह से होता है. ऐसे में जब आपकी कुंडली में कोई ग्रह कमजोर स्थिति में होता है या जीवन पर अशुभ प्रभाव डालता है तो ज्योतिषाचार्य आपको रत्न धारण करने की सलाह देते हैं. इन रत्नों के जरिए आप आर्थिक, शारीरिक, करियर से जुड़ी समस्याओं को दूर कर सकते हैं. लेकिन रत्न बहुत महंगे मिलते हैं, जिसे हर कोई आसानी से नहीं खरीद सकता. ऐसे में ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे उपरत्नों के बारे में जिन्हें आप महंगे रत्नों के विकल्प के तौर पर पहन सकते हैं.
नीलम
नीलम को शनि से जुड़ा रत्न माना जाता है. ये किसी भी व्यक्ति की किस्मत रातोंरात बदल सकता है. ऐसे में व्यक्ति को करोड़पति बनते देर नहीं लगती. लेकिन अगर नीलम सूट न करे तो ये व्यक्ति को बर्बाद भी कर सकता है. अगर आपके लिए नीलम उपर्युक्त है और महंगा होने की वजह से आप इसे नहीं पहन पा रहे हैं तो इसकी जगह पर आप नीलम का उपरत्न तंजनाइट पहन सकते हैं. इसके अलावा लीलिया, जमुनिया, नीली, नीला टोपाज, लाजवर्त, सोडालाइट को भी नीलम का उपरत्न माना जाता है.
माणिक्य
सूर्य को प्रबल करने के लिए माणिक्य पहनने की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर आप माणिक्य नहीं पहन सकते तो स्पाइनल को धारण करें. माणिक्य का सबसे अच्छा उपरत्न स्पाइनल होता है. इसके अलावा तामड़ी , लालड़ी , लाल तुरमली और गार्नेट पहन सकते हैं. से अनामिका अंगुली में ताम्बे में पहना जाता है. कुंडली में अगर सूर्य की स्थिति प्रबल हो तो व्यक्ति को खूब मान-सम्मान और यश मिलता है. नौकरी में तरक्की होती है और घर में धन की कोई कमी नहीं रहती.
हीरा
हीरा शुक्र ग्रह को मजबूती देने वाला रत्न है. ये कुंडली में शुक्र की स्थिति को मजबूत करता है और व्यक्ति को लग्जीजिरस लाइफ देता है. लेकिन हीरा काफी महंगा होता है. ऐसे में आप हीरा की बजाय ओपल धारण कर सकते हैं. ओपल को हीरे का उपरत्न माना जाता है.
पुखराज
पुखराज को बृहस्पति का रत्न कहा जाता है. इस रत्न को पहनने से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है और विवाह से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं. लेकिन अगर आप पुखराज नहीं पहन सकते तो इसका उपरत्न सुनहला पहन सकते हैं. इसे सोने या पंचधातु में जड़वाकर पहनना चाहिए.
मूंगा
मूंगा को मंगल का रत्न माना जाता है. मूंगा को पहनने से क्रोध नियंत्रित होता है. व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है. साथ ही मानसिक शांति प्राप्त होती है. लेकिन आप मूंगा नहीं पहन सकते तो उसका उपरत्न लाल हकीक पहन सकते हैं. इसे तांबे में धारण किया जाता है.
पन्ना
पन्ना बुध का रत्न है. नौकरीपेशा लोग अगर पन्ना को पहनते हैं तो उन्हें खूब तरक्की मिलती है. पदोन्नति के रास्ते खुलते हैं और धन आगमन होता है. लेकिन पन्ना महंगा आता है. ऐसे में आप पन्ना की जगह पर मरगज को धारण कर सकते हैं. इसे पन्ना का उपरत्न माना जाता है.
विशेषज्ञ की राय
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि किसी भी तरह का रत्न कभी भी बगैर सलाह के न पहनें क्योंकि गलत रत्न या गलत तरीके से रत्न पहनने से इनका आपके जीवन में नकारात्मक असर पड़ सकता है. रत्न पहनने से पहले आपको एक बार ज्योतिष विशेषज्ञ को कुंडली जरूर दिखानी चाहिए और उसके बाद सलाह के आधार पर आप रत्न पहन सकते हैं.