ज्यादातर लोग केले को नाश्ते में या फिर वजन बढ़ाने के लिए खाते हैं. केला पोषक तत्वों से भरपूर होता है. पेट साफ रखने में भी केले का बड़ा रोल है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कैंसर के इलाज के लिए भी केले का यूज किया जा सकता है. ऐसा हम नहीं बल्कि मेडिकल न्यूज टुडे की स्टडी कहती है. 

क्या कहती है ये स्टडी 

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मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक केले, अनाज, सेम जैसे प्लांट बेस्ड फूड में रजिस्टेंट स्टार्च पाया जाता है. ये RS कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होता है. और यह स्टार्च छोटी अंत से बिना पचे बड़ी आंत में चला जाता है, और वहीं आगे पाचन की प्रोसेस पूरी होती है. यही स्टार्च फाइबर का एक ऐसा हिस्सा होता है जो कोलोरेक्टल कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कम करता है. स्टडी में ये भी पता चलता है कि लिंच सिंड्रोम वाले लोगों में भी ये स्टार्च कैंसर का खतरा कम करता है.

और भी हैं फायदे 

इतना ही नहीं बल्कि केला रोजाना के मील में भी शामिल किया जा सकता है और ये आपको खुश रखने में मदद करता है. जी हां! केले में ट्रिप्टोफैन नामक तत्व पाया जाता है जो कि शरीर में सेरेटोनिन नामक हैप्पी हॉर्मोन को बनाता है. इससे चिंता और तनाव दूर होते हैं. इसके अलावा पाचन संबंधी समस्या को भी दूर करता है. केले में कुछ ऐसे खास बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर में पाचन के लिए बेहद जरूरी हैं. इसलिए कब्ज और सीने में जलन जैसी समस्याओं में केला आपको राहत देता है. 

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वजन को भी करता है कंट्रोल 

केले में फाइबर काफी रिच होता है. इसलिए अगर आप नाश्ते में केला खाते हैं तो आपको प्रोटीन और पोषक तत्व तो मिलते ही हैं साथ ही साथ आपको देर तक भूख का एहसास भी नहीं होता है. इस तरह ओवर ईटिंग की हैबिट भी कंट्रोल की जा सकती है.