Karwa Chauth के निर्जल व्रत में भूलवश कुछ खा लें, तो जरूर करें ये उपाय, ताकि व्रत सफल हो सके
शाम को शिव और माता पार्वती के पूजन और चंद्रमा के दर्शन करने के बाद इस व्रत को खोला जाता है. इसके बाद ही व्रत का पुण्य प्राप्त होता है.
करवाचौथ व्रत हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुदर्शी तिथि को रखा जाता है. इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना के साथ निर्जल व्रत रखती हैं. शाम को शिव और माता पार्वती के पूजन और चंद्रमा के दर्शन करने के बाद इस व्रत को खोला जाता है. इसके बाद ही व्रत का पुण्य प्राप्त होता है. लेकिन अगर भूलवश व्रत वाले दिन महिला कुछ खा ले, तो उसे क्या करना चाहिए. क्या ऐसे में महिला का व्रत पूर्ण नहीं माना जाएगा. आइए ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानिए इसके बारे में.
भूलवश कुछ खा लें तो करें ये उपाय
ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि व्रत के दिन आप जिस बात का संकल्प लें, उसे पूरा करना चाहिए. अगर आप करवाचौथ व्रत के दिन पहले से कुछ खाती या पीती रही हैं, तो कोई बात नहीं है. लेकिन अगर आपने निर्जल व्रत का संकल्प लिया है तो आपको व्रत के नियम का पालन करना चाहिए. यही शास्त्र संवत है. लेकिन अगर भूलवश आपसे त्रुटि हुई है, तो घबराएं नहीं. ऐसे में आपको सच्चे दिल से भगवान से माफी मांग लेनी चाहिए. इसके अलावा चंद्रमा को अर्घ्य देने से पहले भी अपनी भूल की क्षमा याचना कर लें. दिल से किए गए प्रायश्चित को परमेश्वर हमेशा स्वीकार करते हैं और उस भूल के लिए क्षमा प्रदान करते हैं. लेकिन जानबूझकर की गई गलती का दंड भुगतना पड़ता है.
व्रत से पहले सरगी में शामिल करें ये चीजें
अगर आप निर्जल व्रत रखने जा रही हैं, तो व्रत से पहले सरगी में हेल्दी चीजों को शामिल करना बहुत जरूरी है. सारा दिन भूख-प्यास को नियंत्रित कर पाना आसान नहीं होता. वहीं भूखे प्यासे रहने से शरीर में डिहाइड्रेशन की भी स्थिति पैदा हो सकती है. ऐसे में आप अपनी सरगी में मेवा, दूध या दूध से बनी कोई चीज, केला, जूस, नारियल पानी, कच्चे सिंघाड़े आदि को शामिल करें. ये चीजें आपको दिनभर आपको भूख का अहसास नहीं होने देंगी, साथ ही शरीर को डिहाइड्रेशन से भी बचाएंगी.
वर्किंग महिलाएं ध्यान रखें
अगर आप कामकाजी महिला हैं, तो आप व्रत के दौरान कोई भी मेहनत का काम ज्यादा न करें. शरीर से पसीना बहने से आपको ज्यादा प्यास लगेगी और ऐसे में शरीर में पानी की कमी हो सकती है. आप चाहें तो सेहत का खयाल रखते हुए नियमों में थोड़ा बदलाव कर सकती हैं. ऐसे में आप शाम को शिव और माता पार्वती का पूजन करने के बाद जूस और फल आदि ले सकती हैं क्योंकि कई बार चंद्रमा बहुत देर से निकलता है. ऐसे में अगर आप पूजा के बाद कुछ लेती हैं तो आपको थोड़ी राहत मिल जाएगी.