पिछले कुछ समय से ग्रीन टी (Green Tea) का चलन काफी तेजी से बढ़ा है. ग्रीन टी को आम चाय से अलग माना जाता है. ज्‍यादातर लोग इसे हेल्‍थ के लिहाज से अच्‍छा मानते हैं. वहीं जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, वो अपनी डाइट में ग्रीन टी को भी जरूर शामिल करते हैं. ग्रीन टी हमारे मेटाबॉलिज्‍म को बूस्‍ट करने का काम करती है, शरीर को एनर्जी देती है और इम्‍यूनिटी को स्‍ट्रॉन्‍ग बनाती है. आइए आपको बताते हैं ग्रीन टी के फायदे और ये आम चाय से कैसे अलग होती है?

कैसे तैयार होती है ग्रीन टी

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ग्रीन टी को आम चाय से अलग माना जाता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ग्रीन टी किसी अलग पौधे से नहीं बनती, बल्कि कैमेलिया सीनेन्सिस नामक पेड़ की पत्तियों से ही बनाई जाती है, जिससे आम चाय भी बनती है. फर्क सिर्फ इतना है कि इसे बिना फरमेन्ट हुए पत्तों से बनाया जाता है. चाय की पत्ती पहले हाथों या फिर मशीन की प्रक्रिया से गुजरती है. इसके बाद उन्हें सूखने और ऑक्सीकरण के लिए रखा जाता है. जितना कम पत्तियों का ऑक्सीकरण होगा, उतनी ही बेहतर ग्रीन टी होगी.

क्‍या हैं ग्रीन टी के फायदे

  • ग्रीन टी के फायदों की बात करें तो ग्रीन टी आपके दिमाग को बूस्ट करने का काम करती है. ये आपके तनाव को कम करती है और रिफ्रेश फील कराती है.
  • ग्रीन टी में फैट और कार्ब्‍स नहीं होते. साथ ही इसमें एंटी ऑक्‍सीडेंट तत्‍व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. न्‍यूयॉर्क मेडिकल रिसर्च सेंटर की एक स्‍टडी कहती हैं कि ग्रीन टी पहले से बनी हुई चर्बी को घटाने का काम नहीं करती, लेकिन नई चर्बी को बनने से रोकने का काम जरूर करती है. ग्रीन टी में जीरो कैलोरी होती हैं इसलिए आप बिना इस डर के कि कहीं आपका वजन न बढ़ जाए, ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं.
  • नॉर्मल चाय को पीने से पेट में गैस, एसिडिटी की समस्या बढ़ जाती है, लेकिन ग्रीन टी आपके पेट के विकारों को दूर करने का काम करती है. ये आपके पाचन तंत्र को मजबूत करती है और पेट की तमाम समस्याओं से बचाती है
  • ग्रीन टी आपके मेटाबॉलिज्‍म को बूस्‍ट करने का काम करती है. मेटाबॉलिज्‍म सही ढंग से काम कर रहा है तो समय पर भूख लगेगी, समय पर खाना पचेगा और वो फैट में कन्‍वर्ट नहीं होता.
  • ग्रीन टी खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने का काम करती है. जिन लोगों को डायबिटीज की समस्‍या है, उनके लिए भी ग्रीन टी काफी फायदेमंद मानी जाती है.
  • ग्रीन टी में पॉलीफिनॉल्स पाए जाते हैं, जो ट्यूमर और कैंसर सेल्स को रोकने में मददगार माने जाते हैं. ये भी माना जाता है कि इसे पीने से ब्रेस्ट कैंसर और प्रॉस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है.

ग्रीन टी पीने का तरीका

ग्रीन टी को दिन में दो से तीन बार पीया जा सकता हैं. इसे बनाने के लिए आपको पानी को गर्म करना है और उसमें ग्रीन टी बैग डिप करके ग्रीन टी को तैयार करना है. अगर आप टी बैग्स यूज नहीं करते हैं तो पानी को उबालने के बाद गैस बंद करें और उसमें ग्रीन टी डालें और कुछ देर के लिए ढक दें. इसके बाद छानकर पीएं. आप चाहें तो इसमें नींबू और थोड़ा शहद इस्‍तेमाल कर सकते हैं, लेकिन चीनी, गुड़ या दूध का इस्‍तेमाल भूलकर भी न करें.