शुरुआती दिनों में दिखने लगते है डायबिटीज के लक्षण, इन्हें न करें नजरअंदाज- ऐसे करें पहचान
भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इसका प्रमुख कारण खानपान में गड़बड़ी और खराब लाइफस्टाइल है.
भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इसका प्रमुख कारण खानपान में गड़बड़ी और खराब लाइफस्टाइल है. डायबिटीज की बीमारी अगर एक बार किसी इंसान को हो जाती है तो ये जीवन भर बनी रहती है. कई बार ऐसा देखा जाता है कि लोगों को बीमारी होने के बाद भी इसके बारे में जानकारी नहीं होती है. डायबिटीज होने से पहले की स्टेज को प्री-डायबिटीज कहा जाता है. प्री-डायबिटीज में मरीज का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक होता है. पर डायबिटीज के लेवल तक नहीं पहुंचा होता.
क्यों होती है प्री-डायबिटीज
डायबिटीज होने से पहले की स्टेज को प्री-डायबिटीज कहा जाता है. प्री-डायबिटीज में मरीज का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक होता है. पर डायबिटीज के लेवल तक नहीं पहुंचा होता. खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण लोगों में डायबिटीज की बीमारी का खतरा बढ़ता है. जब शरीर में इंसुलिन के लेवल में परिवर्तन आता है तब डायबिटीज होती है. प्री-डायबिटीज का सबसे मुख्य कारण असंतुलित खानपान के साथ बढ़ा हुआ वजन है. इसके साथ ही डायबिटीज का एक बढ़ा कारण फेमिली हिस्ट्री भी होता है. ये कई बार प्री-डायबिटीज का कारण बनता है.
क्या है प्री-डायबिटीज के लक्षण
प्री-डायबिटीज एक ऐसी स्टेज है जिसमें शरीर डायबिटीज की ओर बढ़ रहा होता है. इसका समय रहते पता लगाना बहुत जरुरी है. सही समय पर पता लगते ही इसका ट्रीटमेंट करना शुरु कर देना चाहिए. जिससे आप डायबिटीज का शिकार होने से बच सकते हैं. इस बीमारी से अपनी लाइफस्टाइल में परिवर्तन करके भी बच सकते हैं. हमारे शरीर में प्री-डायबिटीज की शुरुआत में इस प्रकार के लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
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प्री-डायबिटीज की शुरुआत में बार-बार पेशाब आने लगती है. साथ ही तेजी से वजन कम होना शुरु हो जाता है. हमारा शरीर थोड़े से काम करने में ही ज्यादा थकान महसूस करने लगता है. प्री-डायबिटीज की शुरुआत में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी बढ़ने लगती है. कई लोगों में ऐसा भी देखा जाता है कि अचानक उनका वजन बढ़ने लगता है. इसके साथ ही बहुत ज्यादा प्यास लगना भी प्री-डायबिटीज के शुरुआती संकेतों में से एक है. पैरों का बार-बार सुन्न होना और पसीना आना भी प्री-डायबिटीज के लक्षणों में आता है.
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प्री-डायबिटीज से कैसे करें बचाव: इस समस्या से बचने के लिए खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना होगा. अगर आप प्री-डायबिटिक स्टेज में हैं तो रेग्युलर इंटरवल पर ब्लड शुगर की जांच कराना चाहिए. प्री-डायबिटीज कंडीशन में आने पर आपको अपनी लाइफस्टाइल में भी बदलाव करने होंगे. आप अपनी दिनचर्या में 30 मिनट तक फिजिकल एक्टिविटी जोड़ सकते हैं. इसके साथ ही अपनी डाइट में हेल्दी फूड को शामिल करके भी इस स्टेज को बिगड़ने से रोक सकते हैं. पर ध्यान रखें कि फास्ट फूड का सेवन बिल्कुल न करें.
05:24 PM IST