कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से जारी है. काउंटिंग के साथ लगातार आंकड़े बदल रहे हैं. शुरुआती रुझानों में कांग्रेस बीजेपी से काफी आगे चल रही है. रुझानों को लेकर कांग्रेस भी काफी उत्‍साहित है. कर्नाटक कांग्रेस ने हेलिकॉप्‍टर बुक किए हैं. कई चार्टेड प्‍लेन भी बुक कराए गए हैं. कांग्रेस नेता मल्लिका‍र्जुन खड़गे पल-पल की अपडेट ले रहे हैं.

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सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की ओर से मुख्‍यमंत्री बनाने का फॉर्मूला तैयार हो गया है. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों को मुख्‍यमंत्री बनने का मौका मिल सकता है. हालांकि अभी मुख्‍यमंत्री के नाम को लेकर अभी कोई फाइनल अपडेट नहीं आया है. कांग्रेस में सीएम पद को लेकर मंथन चल रहा है. 

सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के चुनाव की ये हो सकती है वजह

सिद्धारमैया को मुख्‍यमंत्री बनाने के पीछे की वजह की बात करें तो माना जा रहा है कि सिद्धारमैया 2024 में होने लोकसभा चुनावों में राज्‍य में कांग्रेस की संभावनाओं को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं. सिद्धारमैया मैसूरु जिले के सिद्धारमनहुंडी से ताल्लुक रखते हैं और एक बार 2013 से 2018 तक कर्नाटक के सीएम भी रह चुके हैं. 

वहीं अगर डीके शिवकुमार की बात करें तो डीके शिवकुमार पार्टी के वफादार लोगों में से हैं. डीके शिवकुमार को बड़े से बड़ा जोखिम उठाने और पुरानी धारणाओं को बदलने में माहिर माना जाता है. इसके अलावा डीके शिवकुमार की गिनती अमीर राजनेताओं में होती है. अगर पार्टी डीके शिवकुमार को मौका देती है, तो आने वाले लोकसभा चुनावों में डीके शिवकुमार पार्टी के लिए धन जुटाने में मददगार हो सकते हैं.

ये हैं चुनाव की खास बातें

1- कर्नाटक में चुनाव 224 विधानसभा सीटों के लिए हो रहा है. बहुमत के लिए 113 सीटों की जरूरत है. 

2- कर्नाटक में फिलहाल 5.21 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 2.59 महिला मतदाता हैं. वहीं 16,976 वोटर्स ऐसे हैं, जो 100 साल से ऊपर हैं. 4,699 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं और 9.17 लाख ऐसे वोटर्स हैं जो पहली बार वोट डालेंगे. 5.55 लाख विकलांग मतदाता हैं. 

3- 224 में से 36 आदिवासी और 15 दलित समुदाय के लिए आरक्षित सीटें हैं. पहली बार कर्नाटक में 12.15 लाख 80 वर्ष से अधिक और 5.55 लाख बेंचमार्क पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए घरेलू मतदान की सुविधा होगी.

4- 224 विधानसभा क्षेत्रों में 58,282 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. 50% मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की सुविधा रहेगी. 1320 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला अधिकारी करेंगी.

5- कर्नाटक में इस बार का सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. दोनों पार्टियों ने सत्‍ता में आने के लिए अपना पूरा जोर लगाया है. लेकिन कर्नाटक का रिकॉर्ड रहा है कि यहां 38 सालों में किसी भी पार्टी की सत्‍ता में वापसी नहीं हुई. ऐसे में इस बार बीजेपी सत्‍ता में वापस लौट पाएगी या नहीं, ये देखना काफी रोचक होगा.