ISRO Solar Mission Aditya L-1: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान क्रेंद (ISRO) चंद्रयान तीन मिशन ने उड़ान भर ली है. चांद के बाद अब इसरो सूरज के लिए मिशन जल्द ही शुरू हो सकता है. इसरो के इस सोलर मिशन का नाम आदित्य L1 होगा. ये अगस्त के आखिरी हफ्ते में लॉन्च किया जाएगा. गौरतलब है कि अगस्त के आखिरी महीने में ही चंद्रयान 3 चांद पर लैंड कर सकता है. ऐसे में ये मिशन इसके कुछ ही दिन बाद ही शुरू होगा.    

ISRO Solar Mission Aditya L-1:  पीएसएलवी रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा Aditya L1

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इसरो अगस्त के अंत सूरज के वातावरण की स्टडी करने के लिए पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल यानी PSLV रॉकेट पर अपना उपग्रह Aditya L1 लॉन्च किया जाएगा. आदित्य 1 इसका पेलोड एकीकरण और परीक्षण अंतिम चरण में है. इसरो के मुताबिक अंतरिक्ष यान को स्पेस क्राफ्ट लैग्रेंज प्वाइंट 1 (L1) हालो ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा. ये पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है. L1 प्वाइंट हैलो ऑर्बिट पर सैटेलाइट स्थापित हो सकती है. इससे सूरज को बिना किसी ग्रहण के दिख सकता है.

 

ISRO Solar Mission Aditya L-1:  यूरोपियन स्पेस ऐजेंसी करेगी सहयोग

यूरोपियन स्पेस ऐजेंसी यानी ESA इसरो के सूर्य मिशन को सपोर्ट करने जा रही है. ये आदित्य एल 1 को ट्रैकिंग में मदद करेगी. इसके अलावा गोनहिली और कौरौ ट्रैकिंग गतिविधियां शामिल होगी. सूरज धरती के सबसे करीब सितारा है, ऐसे में दूसरे सितारों के मुताबिक इसके बारे में ज्यादा डिटेल्स से स्टडी की जा सकती है. इसके अलावा सूरज के बार में अध्ययन करने से हमें अपनी आकाश गंगा और दूसरी गैलेक्सी के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी. 

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आदित्य L1 को 7 पेलोड (उपकरणों) के साथ  लॉन्च किया जाएगा. ये सात पेलोड हैं: सौर पराबैंगनी इमेजिंग टेलीस्कोप (SUIT), सोलर लो एनर्जी एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (SoLEXS), आदित्य सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट (ASPEX), हाई एनर्जी L1 ऑर्बिटिंग एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (HEL1OS), आदित्य के लिये प्लाज़्मा विश्लेषक पैकेज (PAPA), उन्नत त्रि-अक्षीय उच्च रिज़ॉल्यूशन डिजिटल मैग्नेटोमीटर.