International Yoga Day 2024: वर्किंग हों या घरेलू, हर महिला को करने चाहिए ये 5 योगासन, आधी बीमारियां भाग जाएंगीं
5 Best Yoga Asanas for Women on International Yoga Day 2024: हर साल योग दिवस मनाने का मकसद है कि योग के तमाम फायदों को दुनियाभर में जन-जन तक पहुंचाया जाए. इस मौके पर जानिए उन योगासनों के बारे में जो महिलाओं की फिटनेस के लिए बेहद जरूरी हैं.
International Yoga Day 2024 Yoga Asanas for Women: आज 21 जून शुक्रवार को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है. भारत में योग को प्राचीन काल से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का बेहतरीन साधन माना जाता रहा है. ये भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है. हर साल योग दिवस मनाने का मकसद है कि योग के तमाम फायदों को दुनियाभर में जन-जन तक पहुंचाया जाए. आज इस मौके पर नेचुरोपैथी और योग विशेषज्ञ डॉ. रमाकान्त शर्मा से जानते हैं उन योगासनों के बारे में जो महिलाओं की फिटनेस के लिए बेहद जरूरी हैं. महिलाएं चाहे वर्किंग हों या घरेलू, अगर इन योगासनों को अगर लाइफस्टाइल में शामिल कर लें, तो तमाम बीमारियां खुद से गुड बाय बोल देंगीं.
बटरफ्लाई
इसे तितली आसन भी कहा जाता है. बटरफ्लाई पोज हिप्स और थाइज को खोलने में मदद करता है और लचीलेपन में सुधार करता है. ये रिप्रोडक्टिव और डाइजेस्टिव ऑर्गन के लिए काफी अच्छा माना जाता है. ये आसन तनाव और थकान को दूर करता है.
भुजंगासन
आजकल महिलाओं में कमर में दर्द, अकड़न की समस्या काफी देखने को मिलती है. इसके अलावा तनाव व थकान की समस्या बनी रहती है. इन परेशानियों को दूर करने में भुजंगासन को मददगार माना जाता है. इसके अलावा भुजंगासन प्रजनन प्रणाली में सुधार करता है और छाती और फेफड़ों, कंधों और पेट की मांसपेशियों को फैलाने का काम करता है.
पवनमुक्तासन
ये आसन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है. इससे शरीर के इंटरनल ऑर्गन से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं. एसिडिटी, कब्ज आदि पेट की तमाम समस्याओं से राहत मिलती है. ये पेट की चर्बी को कम करने में मददगार होता है और महिलाओं की तमाम समस्याओं में लाभकारी है. इससे स्पाइन की फ्लेक्सिबिलिटी बेहतर रहती है.
मर्कटासन
ये आसन रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लेकर आता है. पसलियों और फेफड़ों के लिए काफी लाभकारी माना जाता है. इसे करने से पेट से जुड़ी तमाम समस्याएं दूर होती हैं. दिमाग शांत होता है और तनाव दूर होता है. महिलाओं की गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में असरकारी माना जाता है.
सेतुबंधासन
रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के साथ सेतुबंधासन छाती, गर्दन, और रीढ़ की हड्डी में खिचाव लाता है. दिमाग को शांत करता है और डिप्रेशन और स्ट्रेस को दूर करने में मददगार माना जाता है. पेट के तमाम अंगों, फेफड़ों की सेहत के लिए ये काफी फायदेमंद है. इसे करने से पाचन में सुधार होता है. थायरॉयड के रोगियों के लिए भी इसे लाभकारी माना जाता है.