आज भारत के 74वें गणतंत्र दिवस के साथ-साथ एक और महत्वपूर्ण दिवस है. दुनिया भर में आज के दिन यानी 26 जनवरी को इंटरनेशनल कस्टम्स डे मनाया जाता है. 1953 से इस दिवस को बनाने की शुरुआत की गई थी. आज के दिन वर्ल्ड कस्टम्स ऑर्गनिज़शन (World Customs Organisation) की स्थापना हुई थी. आज वर्ल्ड कस्टम्स डे के दिन आइए जानते है इससे सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें.

इंटरनेशनल कस्टम्स डे का इतिहास

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

साल 1953 में बेल्जियम के ब्रुसेल्स (Brussels, Belgium) में सीमा शुल्क सहयोग परिषद (Customs Cooperation Council) के उद्घाटन सत्र समारोह के अवसर पर इंटरनेशनल कस्टम्स डे मनाने की घोषणा की गई थी. साल 1994 में सीमा शुल्क सहयोग परिषद (CCC) का नाम बदलकर विश्व सीमा शुल्क संगठन (WCO) कर दिया गया था. यह ऐसी एजेंसी है, जो बॉर्डर पार सामानों के आने-जाने को सुचारू रूप से संचालित करती है. इस दिन को मनाने के लिए 26 जनवरी की तारीख इसलिए चुनी गई, क्योंकि इसी दिन सीमा शुल्क परिषद की स्थापना हुई थी. इस साल दुनिया भर में 40वां इंटरनेशनल कस्टम्स डे मनाया जा रहा हैं.

क्यों मनाया जाता है इंटरनेशनल कस्टम्स डे?

WCO का गठन साल 1952 में सीमा शुल्क सहयोग परिषद के रूप में किया गया था. यह एक ऐसी एजेंसी है, जो अलग-अलग देशों के बीच सामानों के सही रूप से आने-जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और इस डिपार्टमेंट के बारे में लोगों को जागरूक करता है. यह दिन वर्ल्ड ट्रेड में कस्टम्स के सुचारु प्रबंधन और उसमें कार्यरत अधिकारियों और एजेंसी के महत्व को प्रदर्शित करता है. इस दिन WCO के सदस्यों के प्रयासों और उपलब्धियों को भी दर्शाया जाता हैं.

इंटरनेशनल कस्टम्स डे 2023 का थीम

इस साल के इंटरनेशनल कस्टम्स डे की थीम है - ‘Nurturing the next generation: promoting a culture of knowledge-sharing and professional pride in Customs’.

कैसे करते हैं इंटरनेशनल कस्टम्स डे सेलिब्रेट?

26 जनवरी को भारत समेत 179 देशों में इंटरनेशनल कस्टम डे मनाया जाता है. इस दिन कस्टम विभाग से संबंधित अलग-अलग राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इस अवसर पर कस्टम्स ऑफिशल्स को उनकी सेवा के लिए सम्मानित किया जाता है. इस अवसर पर होने वाले कार्यक्रम कस्टम से रिलेटेड टॉपिक पर वर्कशॉप, सम्मेलन और डिसकशंस पर फोकस्ड होते हैं. इस दिन विश्व सीमा शुल्क संगठन (WCO) के सदस्य अपने प्रयासों और गतिविधियों का प्रदर्शन करते हैं. कुछ एजेंसियां सार्वजनिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करती हैं, जहां जनता को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में आवश्यक ट्रेनिंग दी जाती है. उन्हें कस्टम्स की भूमिका बताई जाती है साथ ही कूटंस से रिलेटेड रूल्स के बारे में भी उनको जागरूक किया जाता है.

 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें